जिंदा रहे तो राजनीति चलती रहेगी, राजनीति नहीं समाज सेवा
सांपला, महेश कौशिक। कोरोना के खिलाफ छेडी जंग में युवाओं का जोश देखते ही बनता है। कोरोना के खिलाफ जंग में पूरा देश एकजुट है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस लड़ाई में देश के हर नागरिक से सहयोग की अपील कर रहे हैं। ऐसे समय में रोहतक जिले के गांव भैसरू कलां गांव से एक सुखद तस्वीर सामने आई है। यहां युवाओं की टोली कोरोना की जंग में गांव की रक्षक बन गई है। पंचायत के सहयोग से थर्मल स्कैनर मशीन खरीदकर ग्रामीणों की स्क्रीनिंग कर रहे है।
युवाओं ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर जिस दिन कफ्र्यू का ऐलान किया था, उस दिन हम कई साथी साथ में थे। सभी के जेहन से एक ही सवाल उठा कि गांव का क्या होगा? कफ्र्यू का ऐलान के बाद ही हम लोगों ने तय किया कि खुद के बचाव के साथ ही गांव की सुरक्षा भी हम सभी स्वयं करेंगे। हम लोगों ने साथियों को फोन कर पूरी बात बताई। थर्मल स्कैनर लाने के लिए सभी एकमत हुए। गांव की सरपंच मीना देवी से जब थर्मल स्कैनर के लिए बात की तो उन्होंने तुरंत थर्मल स्कैनर उपलब्ध करवा दिया। मशीन लाने के बाद टीम घर-घर जाकर लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर रही है। यही नहीं, बाहर रह रहे लोगों के गांव आने की सूचना पर सबसे पहले उनकी स्क्रीनिंग की जाती है व मास्क वितरण किया जा रहा है। युवाओं का कहना है कि कुछ लोग फेसबुक पर सिस्टम को कोसने में लगे हुए है। लेकिन ये समय सरकार की खामिया निकालने का नहीं अपितु जनसेवा का है। जो लोग आज समाज के साथ खड़े हुए है समाज भी आने वाले समय में उनके साथ होगा।
सूचना तंत्र है बेहद मजबूत
युवाओं की टीम का सूचना तंत्र बेहद मजबूत है। गांव के वाट्सअप ग्रुप में लगभग दो सौ युवा जुड़े हुए है। बाहर से कोई व्यक्ति जब गांव में प्रवेश करता है तो युवाओं की टीम को तत्काल इसकी जानकारी हो जाती है। युवा तुरंत पहुंचकर संबंधित व्यक्ति की पहले स्क्रीनिंग करते हैं। इसके बाद ही उनको गांव में प्रवेश दिया जाता है। टीम संबंधित थाना और प्रशासन को इसकी जानकारी भी देती है।
विरोध नहीं मिलता है सहयोग
अक्सर देखने में आता है कि इस प्रकार का कार्य करने वाले युवाओं का कुछ लोग विरोध भी करते हैं, लेकिन यहां विरोध नहीं सहयोग मिल रहा है। गांव के युवाओं का कहना है कि हमने कल वैदिक धुमणी का कार्यक्रम रखा था, जिसमें हर घर से घी, हवन सामग्री व आगामी कार्यक्रमों के लिए लोगों ने नकद पैसे भी दिये। गांव को हर रोज वैदिक धुमणी व सैनेटाईज किया जा रहा है। टीम में मुख्य रूप से ये युवा है शामिल। गांव की टीम में मुख्य रूप से विकास कौशिक, आश्ीष, नीरंजन सिंह राठौर, वासुदेव वर्मा, सुनील, पोलो, जोगेंद्र कौशिक, रविशंकर, खेलूराम आचार्य, राजेंद्र प्रजापत।
फोटो कैप्शन: गांव में वैदिक धुमणी देते गांव भैसरू कलां के युवक