राजेन्द्र कुमार, सिरसा। कोरोना वैश्विक महामारी के दौर के चलते हरियाणा प्रदेश में पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर अपने धर्म का निर्वहन कर रहे हैं। पत्रकार अस्पतालों में काम कर रहे चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ से कही कम नहीं है ऐसे में वर्किंग जर्नलिस्ट को एक विशेष दर्जा देते हुए स्वास्थ्य बीमा योजना के साथ-साथ राज्य सरकार द्वारा पिछले विधानसभा सत्र में आयुष्मान भारत योजना के लाभ देने की घोषणा के अनुरूप इस योजना को शीघ्र क्रियान्वित की जाए। उपरोक्त मांग द प्रेस क्लब, सिरसा के अध्यक्ष राजेंद्र कुमार ढाबा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ-सथ विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा व प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कुमारी शेलजा को ट्वीट कर की है। उन्होंने बताया कि इसका एक मांग पत्र भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भेजा जा रहा है।
राजेंद्र ढाबा ने बताया कि जान जोखिम में डालकर रात दिन कवरेज के कार्य में लगे पत्रकारों की हिम्मत को सराहना पड़ेगा क्योंकि इस वैश्विक महामारी के चलते जहां खून के रिश्ते में लोग भी एक दूसरे से दूर हो रहे हैं वही पत्रकार दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का पालन करते हुए दिन रात अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। ढाबां ने राजस्थान राज्य की तर्ज पर वैश्विक महामारी के चलते जान गवाने वाले पत्रकारों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए की सहायता राशि भी जारी करने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है की फील्ड में काम कर रहे पत्रकारों को सेनीटाइजर व मास्क भी उपलब्ध करवाए जाएं। इस सिलसिले में उन्होंने मुख्यमंत्री के मुख्य मीडिया सलाहकार विनोद मेहता से बात भी की और राज्य सरकार के समक्ष पत्रकारों की इन मांगों को रखने का आग्रह किया।