रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। मां भारती रक्तवाहिनी संस्था की टीम कोरोनाकाल की दूसरी लहर में लोगो का जीवन बचाने के लिए रक्तदान संबंधित जरूरतें पूरी करने में लगी हुई है। खून की जरुरत को लेकर टीम हमेशा तैयार रहती है। विशेष तौर पर भारतीय सेना या किसी भी मरीज को जब भी रक्त कीजरूरत पड़ी मां भारती रक्तवाहिनी के रक्तयोधा दिन रात तैयार रहते हैं। कोरोना की वजह से दिल्ली कैंट के रक्तकोष में इन दिनों खून की कमी चल रही है। संस्था द्वारा आर्मी ब्लड बैंक के लिए 4 रक्तदान शिविर लगने तय थे, जो कोरोना की वजह से स्थगित हो गए।
ब्लड बैंक के अधिकारियों ने संस्था से अपील की कि मां भारती रक्तवाहिनी थोड़ी-थोड़ी संख्या में रक्तदाताओं को भेजे, ताकि एमरजेंसी में आर्मी जवानों के परिवारवालों की मदद की जा सके। अपील के बाद संस्था ने अपने कई सोशल मीडिया ग्रुप में संदेश डाला। जिसके बाद सोनीपत से 4 गाडिय़ों में 12 रक्तदाता दिल्ली आर्मी ब्लड बैंक पहुंच गए। संस्था ने आर्मी के लिए अब तक 14 रक्तदान शिविर लगाए है। इन रक्तविरों में भारतीय सेना के प्रति ऐसा जज्बा देखने को मिला है। सभी रक्तदाता दिल्ली में लॉकडाउन के बीच कोरोना के खतरे को देखते हुए आर्मी के लिए रक्तदान करने पहुंच गए। संस्था के सचिव प्रेम गौतम ने बताया कि संस्था हमेशा भारतीय सेना के लिए खड़ी है, क्योंकि आर्मी के जवान अपने परिवारों को छोड़ कर भारतीयों के लिए दुश्मन से देशवासियों की रक्षा करते हैं।
मां भारती रक्तवाहिनी दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले व्यक्तियों से अपील करती है कि अपने नजदीकी ब्लड बैंक व आर्मी के ब्लड बैंक में पहुंच कर रक्तदान अवश्य करे। इस संकट की घड़ी में कोई रक्तदान शिविर लगाना उचित नहीं है। प्लाज्मा के लिए कोरोना से ठीक हुए मरीजों को आगे आना होगा। हम सबको मिलकर देश पर आए इस संकट की घड़ी में एकजुट होकर एक दूसरे की मदद करनी होगी। रक्तदान के लिए मनीष, अंकित त्यागी, कर्मबीर, चंदन वर्मा, दिनेश पालीवाल, संदीप दहिया, दिलावर, रमेश महीपुर, सुरेंद्र, जगबीर दहिया व प्रेम गौतम ने रक्तदान किया।