-न्यूनतम समर्थन मूल्य में होगी वृद्धि, कृषि बजट 75 हजार करोड़ रुपये, -स्कूली शिक्षा और उच्चतर शिक्षा को गुणात्मक बनाने के साथ देंगे मजबूती, 75 वर्ष आयु वर्ग के वृद्धों को आयकर से बाहर करना स्वागत योग्य : राजीव जैन
रणबीर सिंह, सोनीपत। हरियाणा की पूर्व केबिनेट मंत्री कविता जैन ने देश के आम बजट का स्वागत करते हुए कहा कि कोविड-19 की परेशानियों के बावजूद एक बेहतरीन एवं संतुलित बजट पेश किया गया है। इससे चहुंमुखी विकास को बढ़ावा मिलेगा। देश के हर वर्ग व क्षेत्र को विकास की पटरी पर तीव्र गति से बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त किया गया है।
प्रदेश की पूर्व शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने आम बजट पर टिप्पणी देते हुए कहा कि बजट उम्मीदों पर खरा उतरने वाला है। जैसी आशाएं की जा रही थी वैसा ही बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रस्तुत किया है, जिसका खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। बजट में कृषि व मध्यम वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है। शिक्षा तथा स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए 75 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिससे खेती व इससे जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की बढ़ोतरी पर विशेष रूप से फोकस किया गया है, जिसका सीधा लाभ किसानों को मिलेगा। इससे एमएसपी को लेकर फैले भ्रामक प्रचार पर अंकुश लग गया है।
पूर्व मंत्री कविता जैन ने कहा कि कपास के लिए अलग से 25 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित किया गया है, जिसका सीधा लाभ कपास किसानों को मिलेगा। पशुपालन तथा डेयरी उद्योग के लिए करीब 40 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है, जिससे पशुपालकों को खासा लाभ मिलेगा। कृषि व पशुपालन हमारे देश के प्रमुख क्षेत्र हैं, जिन पर विशेष ध्यान दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट लोकहितकारी है, जिसमें निराशा के लिए कोई स्थान नहीं है। इस दौरान भाजपा नेता राजीव जैन ने कहा कि आम बजट उत्साहजनक है, जिससे विकास को नई गति मिलेगी। एक राष्ट्र-एक राशन योजना का शुभारंभ प्रोत्साहित करने वाला है। इस योजना से अब लोगों को राशन की प्राप्ति में विशेष सुविधाएं मिलेगी। इसी प्रकार 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के पैंशनधारक वृद्धों को आयकर से बाहर किया गया है। यह स्वागत योग्य है। इससे हमारे आदरणीय वृद्धजनों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा। जैन ने कहा कि बजट में शिक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है। स्कूली शिक्षा तथा उच्चतर शिक्षा को गुणात्मक बनाने के साथ मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा के लिए हायर एजुकेशन कमिशन के गठन की ओर कदम बढ़ाये गये हैं।
एकलव्य स्कूल स्थापित किये जायेंगे और सरकारी स्कूलों के स्तर को ऊंचा उठाया जाएगा। नेशनल रिसर्च फाउंडेशन के लिए 50 हजार करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है, जिससे शोध व शोधार्थियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य बजट में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी की गई है। केवल कोविड वैक्सीन के लिए ही 35 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिससे इस महामारी से निजात मिलेगी। राजीव जैन ने कहा कि परिवहन सुविधाओं की मजबूती के लिए भी दमदार प्रयास किये गये हैं। परिवहन मंत्रालय के लिए करीब 1 लाख 18 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। निश्चित रूप से इससे परिवहन सेवाओं का विस्तार होगा। बेहतरीन परिवहन सुविधाओं से विकास को बल मिलता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन योजना तथा बीमा क्षेत्र में एफडीआई में विस्तार बेहतरीन है। इससे बीमा कंपनियां को मजबूती मिलेगी और लाभ लोगों को मिलेगा। बहुत सी वस्तुओं को सस्ता किया गया है, जिसका फायदा आम जनमानस को मिलेगा।