राजेन्द्र कुमार, सिरसा। हरियाणा में सिरसा के गांव कुम्हारिया में नशे के आदी एक युवक द्वारा अपनी चाची की हत्या करने के बाद नशे के खिलाफ महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों ने 21 सदस्यों की कमेटी बनाकर गांव से नशे को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया। इस महापंचायत में एसडीएम जयवीर यादव, डीएसपी जगत सिंह, चौपटा थाना प्रभारी सत्यवान, कागदाना पुलिस चौकी प्रभारी रणधीर सिंह, ओपी सिहाग, गांव की सरपंच शकुंतला देवी, हरि सिंह बैनीवाल व राम सिंह बैनीवाल ने विशेष तौर से शिरकत की।
ग्रामीण ओपी सिहाग ने बताया कि गांव कुम्हारिया में पिछले दिनों नशे के आदि एक युवक द्वारा अपनी चाची की हत्या करने और उसके बाद जेल में उसी युवक की मौत के बाद ग्रामीणो ने नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए एक महापंचायत का आयोजन करने का फैसला किया। एसडीएम जयवीर यादव ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है इसको जन सहभागिता से ही खत्म किया जा सकता है। युवकों को नशे से दूर रहकर खेलों की ओर अपना ध्यान आकर्षित करना चाहिए। गांव में खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करवा कर खिलाडिय़ों को नशे से दूर रखा जा सकता है। डीएसपी जगत सिंह ने कहा कि नशे को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। गांव की सरपंच शकुंतला देवी ने कहा कि नशे के खिलाफ उन्होंने 3 साल पहले भी आवाज उठाई थी। लेकिन उस दौरान उन्हें नशे के खिलाफ सहयोग नहीं मिला। जिसका परिणाम यह हुआ कि गांव में एक युवक ने नशे की पूर्ति के लिए सगी चाची का भी कत्ल कर दिया।
उन्होंने कहा कि अभी समय है सभी ग्रामीण मिलकर नशे को खत्म करने कर सकते हैं। गांव कुम्हारिया में जिस घर में नशे के लिए मैना देवी की हत्या की गई थी उन्हीं के पारिवारिक सदस्य हरि सिंह बैनीवाल ने कहा कि नशे ने उनके घर को तो बर्बाद कर दिया है, लेकिन वह इस नशे के खिलाफ जंग में अपनी पूर्ण भागीदारी देंगे। उनका कहना है कि नशे के कारण किसी और का घर बर्बाद ना हो इसलिए गांव से नशे को पूरी तरह से खत्म करने का संकल्प लिया जाए। इसी दौरान ग्रामीणों ने गांव के राजकीय उच्च विद्यालय में दो कर्मचारियों द्वारा नशा करने की बात भी सामने आई तो ग्रामीणों ने एसडीएम जयवीर यादव से इस बात की शिकायत की। महापंचायत में गांव में 21 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया। जो कि नशे के खिलाफ जंग में अपना पूरा सहयोग देगी। नशा बेचने वालों को पकड़वाने के लिए पुलिस को सूचित किया जाएगा और गांव में नशे के आदी युवकों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित कर उनको गांव की मुख्यधारा में जोडऩे का काम किया जाएगा।