राजेन्द्र कुमार, सिरसा। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए जा रहे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली हरियाणा की सरहद पर बैठे किसानों को विभिन्न जत्थे बंदियों, राजनेताओं, पंचायत प्रतिनिधियों वह अन्य सामाजिक संगठनों के समर्थन के साथ-साथ अब युवा भी उनकी इस जंग में शामिल हो गए हैं। आज सिरसा से सैकड़ों की तादाद में युवा छात्र दिल्ली के टीकरी बॉर्डर के लिए रवाना हुए। रैली को युवा समाजसेवी कंचन कटारिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
सिरसा के चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के सामने स्थित दशहरा ग्राउंड से आज शहीद ए आजम स्टुडेन्ट एसोसिएसन के नेतृत्व में अलग-अलग कालेजों के विद्यार्थी कार रैली निकालते हुए टिकरी बोर्डर के लिए रवाना हुए। अगले दो दिनों तक वे दिल्ली बोर्डर पर रूकेंगे और आंदोलनरत किसानों का समर्थन करेंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण अत्री ने इस मौके पर बताया कि यह कार रैली सिरसा शहर से शुरू होकर अलग-अलग जिलों से होते हुए दिल्ली पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि टिकरी बॉर्डर पर लंबे समय से धरना दे रहे हमारे ही माता-पिता हैं, हमारी रगों में उन्हीं का खून है, उनके इस आंदोलन को हम कभी भी फीका नहीं पडऩे देंगे और उनका कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। इसके लिए हमें कोई भी कुर्बानी देनी पड़े तो हम पीछे नहीं हटेंगे। रैली निकालने से पूर्व छात्र संगठन शहीद ए आजम स्टुडेन्ट एसोसिएसन के सदस्य आज दशहरा ग्राउंड में एकत्रित हुए। यहां से हिंन्दूस्तान स्टुडेन्ट एसोसिएसन के जिला अध्य्क्ष प्रवीन अत्री, अजयपाल कड़वासरा, बिल्लू बिश्नोई, हर्ष जाखड़, विकास रेडू , कंचन कटारिया ने किसान आंदोलन का झंडा दिखाकर काफिले को रवाना किया।