कर्मचारियों को प्रत्येक पहलू के बारे में बारीकी से अवगत कराया
रणबीर सिंह, सोनीपत। शनिवार को वैक्सीनेशन का कार्य शुरू हो जाएगा और इसी के मध्येनजर शुरुआती स्तर पर मॉक ड्रिल किया गया। उसके बाद आज निजी और सरकारी हॉस्पिटल के कर्मचारियों की ट्रेनिंग करवाई जा रही है। जिसमें वैक्सीनेशन को लेकर बारीकी से जानकारी दी गई है। वही वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन से लेकर लगने तक की प्रक्रिया को इस ट्रेनिंग में बताया गया है। कोरोना से जिले में करीबन 83 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अब करोना से जंग जीतने के लिए सोनीपत में भी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुंच गई है। इसी के मद्देनजर निजी हॉस्पिटल और सरकारी हॉस्पिटल के स्वास्थ्य कर्मियों व कर्मचारियों को कोविड वैक्सीनेशन के लिए ट्रेनिंग दी गयी है। जहां उन्हें प्रत्येक पहलू के बारे में बारीकी से अवगत कराया गया है। साथ ही यह निर्देश भी दिया गया है कि हर चरण में एहतियातन रखना बेहद जरूरी होगा। वैक्सीनेटर के मुताबिक वेक्सीन लगाते हुए लाभार्थी को देखने से मना करना होगा। अक्सर सुई लगाते समय चक्कर आ जाता है और उल्टी हो जाती है। सावधानी बरतनी को कहा गया है।
नीडल को टच नहीं करना और वैक्सीनेशन करते हुए इंजेक्शन को मशीन से नष्ट करने का भी आदेश दिया गया है। वहीं एक निजी हॉस्पिटल से ट्रेनिंग में पहुंची महिला गीतू ने बताया कि वैक्सिंग को लेकर यहां जानकारी दी गई है। कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने को लेकर माइनर और मेजर जानकारी दी गई है। एक अन्य महिला मंजू ने बताया कि ट्रेनिंग में उन्हें वैक्सिन के बारे में जानकारी दी गई है। वैक्सीनेशन लगाने से लेकर मरीज को ऑपरेट करने तक की जानकारी दी गई है। एंजाइटी के बारे में जानकारी भी दी गई है कि पेशेंट को किसी दूसरे व्यक्ति के सामने नहीं लेकर जाना है। पेशेंट को नीडल भी नहीं देखना है और एक पेशेंट को वैक्सीनेशन के दौरान दूसरे व्यक्ति को सामने आने की परमिशन नहीं होगी। उन्होंने यह भी बताया कि एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। वैक्सीन को लेकर उनकी ट्रेनिंग करवाई गई है।