ट्रीमैन देवेन्द्र सूरा ने पौधारोपण अभियान को जन आंदोलन बनाने में निभाई अपनी अहम भूमिका, मंत्री ने कहा, पर्यावरण मित्रों ने प्रकृति को बचाने के लिए किया सराहनीय कार्य
रणबीर सिंह, सोनीपत। हरियाणा के शिक्षा एवं वन मंत्री कंवर पाल गुज्जर ने कहा कि वर्तमान में मनुष्य अपने विकास के लालच में प्रकृति को बहुत नुकशान पहुंचा रहा है जिसका आने वाले दिनों में मनुष्य के लिए बहुत दुष्प्रभाव होने वाला है। इसलिए हमें आने वाली पीढियों को बचाना है तो प्रकृति की रक्षा करने के लिए जन आदोलन चलाना होगा। इस आंदोलन में हमारे देश के युवाओं की भागीदारी बहुत ही जरूरी है। गुर्जर गत दिवस को गोहाना रोड़ स्थित नर्सरी में पर्यावरण मित्रों द्वारा आयोजित पौधारोपण व पर्यावरण मित्रों के साथ विचार विमर्श कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि संबोधित कर रहे थे। वन मंत्री ने कहा कि आज के समय अगर में अपनी प्रकृति को बचाना है तो देवेन्द्र सूरा तथा पर्यावरण मित्रों जैसे युवाओं की जरूरत है। मैं ट्रीमैन देवेन्द्र सूरा का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने पौधारोपण अभियान को जन आंदोलन बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। इस जन आंदोलन की वजह से ही देखने में आया है कि आज के समय हमारा युवा वर्ग प्रकृति को बचाने में अपनी रूचि दिखा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें आज समझना होगा कि प्रकृति में हमें जो दिया हमें मुफ्त में दिया लेकिन हमनें प्रकृति को क्या दिया। गुर्जर ने कहा कि आज हमें संकल्प करना होगा कि हम अपने जीवन में अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे और उनकी देखभाल करेंगे। आज के समय पेड़ लगाने व उसकी देखभाल करने से बड़ा पुण्य का कार्य कोई नहीं हैं। क्योंकि पेड़ बड़ा होकर हमें ही नहीं हमारी आने वाली कई पीढियों को आक्सीजन तथा फल-फूल देगा जिससे मनुष्य का अस्तित्व इस धरती पर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि आज के समय देश में बारिश न होने के कारण सूखा पड़ जाता है और हमारे किसानों की फसल बर्बाद हो जाती है। किसानों की इस दशा का कारण कहीं न कहीं पेड़ों की कमी का होना हैै क्योंकि पेड़ वर्षा लाने में सहायक होते है। वन मंत्री ने नर्सरी का भ्रमण करते हुए कहा कि यहां आने पर मुझे बहुत ही गर्व महसूस हो रहा है कि हमारे पर्यावरण मित्रों द्वारा इतने अच्छे इस नर्सरी में पेड़-पौधों का प्रबंधन किया गया है जोकि प्रदेश में बहुत ही कम देखने को मिलता है। इस मौके पर मंत्री जी ने नर्सरी में पीपल का पेड़ और पेड की सुरक्षा के लिए अपने नाम से ट्री गार्ड लगाया और श्रमदान भी किया।