20 साल की परेशानी का मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार के प्रयासों से निकला समाधान, 76 लाख रुपए की प्रशासनिक मंजूरी मिलने से किसानों में खुशी की लहर
रणबीर सिंह, सोनीपत। खरखौदा कस्बे के बड़े गांव सिसाना में पानी की दो दशक पुरानी किल्लत मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन के प्रयासों से दूर होने जा रही है। सालभर पहले सिसाना में उनके सामने ग्रामीणों विशेषकर किसानों ने अपनी परेशानी बताई थी, जिसका अब समाधान होने की जानकारी मिलने के बाद किसानों में खुशी की लहर है। दरअसल, सिसाना-जुआं माइनर में बीते 20 साल से पानी नहीं आ रहा था, जिसके कारण से सिसाना, मटिण्डू, गढ़ी सिसाना, भैंसरू, छनौली आदि गांवों में पीने के पानी, तालाब में पशुओं के पानी तथा खेतों के लिए पानी की किल्लत बनी हुई थी। सालों-साल ग्रामीणों द्वारा मांग उठाई गई, लेकिन इसका समाधान नहीं हो रहा था। इस कड़ी में किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात करते हुए अपनी समस्या रखी थी, लेकिन अधिकारियों द्वारा इसकी फिजिबलिटी नहीं होने की बात कहते हुए ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। दुखी ग्रामीणों ने उस वक्त मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन को अपने गांव में बुलाते हुए इसका मौका दिखवाया तथा इसके समाधान पर चर्चा की। उनकी परेशानी और इसके समाधान के बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के संज्ञान में पूरा मामला लाते हुए सकारात्मक माहौल बनवाया। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इसके लिए ड्रेन 8 पर पम्प सेट लगाने की घोषणा कर दी। अब प्रशासनिक प्रक्रिया होते हुए ड्रेन 8 के साथ एक पम्प सेट लगाया जाएगा, जिससे पम्प द्वारा पानी उठाकर सिसाना-जुआं माइनर में डाला जाएगा। इस प्रक्रिया से आधा दर्जन गांवों के साथ-साथ खरखौदा के नागरिकों को भी पीने का पानी उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने कहा कि अब इन गांवों के साथ-साथ शहर के नागरिकों को भी पानी की किल्लत से निजात मिलेगी। इसके लिए 76 लाख रुपए की लागत से पम्प सेट लगना शुरू हो चुका है और इसके स्थापित होने से नागरिकों की लंबी मांग पूरी हो जाएगी। उन्होंने पम्प सेट हाउस का भी जायजा लेते हुए निर्माण कार्य की प्रगति जांची। इस मौके पर भाजपा जिला महामंत्री गुलशन ठेकेदार, मीना नरवाल, संदीप कुमार, वजीर, रामनिवास फोजी, रामकुवार फोजी, मोनू पहलवान, हवासिंह, डॉ रामनिवास, सुरेंद्र, दिलावर, मास्टर संदीप, जितेंद्र दहिया, सुरेंदर बागड़ी आदि मौजूद रहे।