ऐलिवैटिड रेल ट्रैक परियोजना पर खर्च होगा 225 करोड़ रुपए, शहर के लोगों को मिलेंगी 5 फाटकों से निजात, करीब 6 किलोमीटर लम्बा बनेगा ऐलिवैटिड रेल ट्रैक, कुरुक्षेत्र का सबसे बड़े प्रोजैैक्ट की सरकार ने दी सौगात
कुरुक्षेत्र। थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार ने शहर के लाखों लोगों के साथ-साथ उनके ड्रीम प्रोजैक्ट को पूरा करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस प्रोजैक्ट पर सरकार की तरफ से लगभग 225 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। इस प्रोजैक्ट के पूरा होने पर शहर के लोगों को नरवाना-कुरुक्षेत्र रेलवे लाईन पर बने 5 फाटकों से भी निजात मिलेगी। इस प्रोजैक्ट का सारा श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जाता है। विधायक सुभाष सुधा ने शनिवार को दूरभाष पर बातचीत करते हुए कहा कि शहरवासियों को शहर के बीचों-बीच से नरवाना की तरफ जाने वाली रेलवे लाईन पर आने वाले 5 फाटकों से निजात दिलवाने और सालों से ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए रेलवे ऐलिवेटिड ट्रैक की परियोजना तैयार की गई थी। इस परियोजना पर हरियाणा रेलवे इन्फरास्ट्रक्चरल विकास निगम लिमिटेड की तरफ से तेज गति से काम किया गया। इस रेलवे लाईन का सर्वे मैट्रिक्स जीओ सोलयूशन प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी की तरफ से किया गया था। इस सर्वे के अनुसार कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन से लेकर कैथल, नरवाना की तरफ जाने वाली रेलवे लाईन का 6 किलोमीटर तक का निर्माण किया जाना है। इस प्रोजैक्ट की सॉयल टेस्टिंग के कार्य पर लगभग 76 लाख 30 हजार रुपए की राशि खर्च गई है। इसके बाद विभाग की तरफ से सिंगल पिल्लर सिंगल ट्रैक का बेहतरीन डिजाईन तैयार किया गया, इस डिजाईन पर सरकार की मोहर लगने के बाद मुख्य प्रोजैक्ट के लिए सरकार ने टेंडर जारी कर दिया है। इस टेंडर में कम्पनियां अपना-अपना आवेदन करेंगी और जो कम्पनी शर्तों को पूरा करेगी उसे टेंडर जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों के बाद 18 अक्तूबर 2018 को लोक निर्माण विभाग की तरफ से रेलवे मंत्रालय को 6 किलोमीटर रेलवे लाईन पर रेलवे ऐलिवेटिड ट्रैक पर फिजीबिल्टी रिपोर्ट और 224.58 करोड़ रुपए के अनुमानित खर्च होने की रिपोर्ट भेजी थी। इस रिपोर्ट के अनुसार 124.58 करोड़ रुपए राज्य सरकार और 100 करोड़ रुपए का बजट रेलवे विभाग की तरफ से खर्च किया जाना है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री के माध्यम से रेलवे मंत्रालय से सम्पर्क किया था, जिसके परिणाम स्वरुप आज इस प्रोजैक्ट के लिए टेंडर जारी हुआ है। इससे शहर वासियों के सपनों को भी उड़ान मिली है उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट आगामी 2 सालों में पूरा किया जाएगा और इस परियोजना से शहरवासियों को 5 रेलवे फाटकों से भी निजात मिलेगी और शहर का सौन्द्रर्यकरण भी होगा। इससे पर्यावरण पर भी अच्छा प्रभाव पडेगा और लोगों का समय भी बचेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस परियोजना की सौगात देकर शहरवासियों के साथ-साथ उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने की तरफ कदम बढाया है।
रेलवे रोड़ पर सडक़ निर्माण कार्य को शीघ्र शुरु करने के दिए आदेश
विधायक सुभाष सुधा ने दूरभाष पर बातचीत करते हुए कहा कि रेलवे स्टेशन से परशुराम चौंक तक सडक़ निर्माण कार्य को सोमवार तक शुरु करने के आदेश अधिकारियों को दिए गए है। उन्होंने कहा कि इस सडक़ निर्माण कार्य में देरी ना लगाई जाए, क्योंकि इस सडक़ के निर्माण कार्य के लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी की जा चुकी है। यह सडक़ शहर की बेहतरीन सडक़ों में शुमारा होगी। इसके अलावा मोहन नगर फ्लाई ओवर से रेलवे रोड़ पर उतरने वाले पूल के निर्माण कार्य को भी निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश दिए गए है। इन सभी प्रोजैक्ट पर कोविड-19 का सीधा प्रभाव पड़ा है। इस वायरस के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई है।