कांवड़ मेला को लेकर सीएम उत्तराखंड ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली इत्यादि राज्यों के मुख्यमंत्री से किया विचार विमर्श, कुंभ मेला 2021 कार्यो में तेजी लाने का निर्देश दिया
अरूण कश्यप, हरिद्वार। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने सचिवालय मीडिया सेंटर में आगामी कांवड़ मेला, कुंभ 2021 और कोविड को लेकर सरकार की तैयारी के संबंध में मीडिया को जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि आगामी कावड़ मेला को लेकर माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली इत्यादि राज्यों के मुख्यमंत्री से विचार विमर्श किया है। कावड़ यात्रा का मूल उत्तराखंड राज्य है। हमारे राज्य में कावड़ मेला में 3 से 4 करोड़ श्रद्धालु गंगा जल लेने हेतु पहुंचते है। किंतु इस बार कोविड के दृष्टिकोण से, परंपरागत रूप में कांवड़ यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रमुख राज्यों के मुख्यमंत्री से वार्ता करके यह निर्णय लिया गया है कि विभिन्न राज्य सरकार के निर्देशन में यदि कोई गंगा जल ले जाना चाहता है तब उत्तराखंड राज्य सरकार उन राज्यों को मदद और सहयोग देगी। इसके अतिरिक्त परम्परागत आस्था के महत्व को बनाये रखने के लिये प्रतीकात्मक रूप में राज्य सरकार विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री को भी इसका संदेश इस रूप में भेजेगी कि कोविड के वावजूद कांवड़ मेले के आस्था को पर्याप्त महत्व प्रदान किया गया है। जिस प्रकार महाराष्ट्र ने गणेश चतुर्थी पर्व, हज पर्व और सिखों के पर्व को कोविड के दृस्टि से स्थगित रखा गया, इसके ही अनुरूप कावड़ मेले को परम्परागत रूप में आयोजन न करने का निर्णय लिया गया है। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि आगामी कुंभ मेला 2021 के संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री स्तर पर हुई बैठक में निर्णय लिया गया है कि कुंभ 2021 के स्थायी प्रवृति के कार्य कुंभ मेले के नोटिफिकेशन के पूर्व अर्थात प्रथम शाही स्नान के पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके लिये माननीय मुख्यमंत्री ने कुंभ कार्यो में तेजी लाने का निर्देश दिया है। कुंभ कार्य की तैयारी को लेकर अखाड़ा परिषद, गंगा सभा से सरकार निरंतर विचार विमर्श करती रहती है। यह भी बताया गया कि आगामी जुलाई माह अखाड़ा परिषद के बैठक के सभी प्रस्ताव को राज्य सरकार स्वीकार करेगी। कुंभ 2021 के संदर्भ में यह निर्णय लिया गया है कि इलाहाबाद, नासिक, उज्जैन की भांति देश भर से आने वाले संतों के जनसुविधाओं के विकास के धन का प्रबंध किया जाएगा। 13 अखाड़ों से संबंधित जनसुविधा, टॉयलेट, सडक़, पेयजलापूर्ति के लिये सरकार समुचित प्रबंध करेगी। कोविड के सम्बंध में जानकारी देते हुए शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया गया कि राज्य में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है तथा राष्ट्रीय स्तर औसत की तुलना में उत्तराखंड राज्य की स्थिति डबलिंग रेट, रिकवरी रेट इत्यादि में बहुत अच्छी है। प्रदेश के सभी जनपदों में टेस्टिंग की सुविधा प्रदान करने की अनुमति देने से टेस्टिंग रेट में वृद्धि होगी।