सामुदायिक मुद्दों, एजेंडे और समाचारों पर अपनी एक राय सांझा
नरेश रोहिल्ला, सोहना। डीएमई मीडिया स्कूल ने दुनिया का पहला 10 दिवसीय डिजिटल लाइव अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें दुनिया भर के शीर्ष, शिक्षाविदों और मीडिया हस्तियों ने सामुदायिक मुद्दों, एजेंडे और समाचारों पर अपनी एक राय सांझा की। यह सम्मेलन डीकिन यूनिवर्सिटी, मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया, एडमास यूनिवर्सिटी, कोलकाता और केआर मंगलम यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम और पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया, पीआरएसआई दिल्ली की सहभागिता से आयोजित किया गया। उद्घाटन के दिन सम्मेलन की छह पुस्तकों, 141 शोध पत्रों का आवरण किया गया। सम्मलेन का मीडिया पार्टनर दा पालिसी टाइम्स है। आईसीएन.3 संयोजक डा. सुस्मिता बाला एवं आयोजन सचिव, डॉ0 अंबरीश सक्सेना ने सत्र की शुरुआत करते हुए बताया कि वैश्विक महामारी के बीच किस तरह एक डिजिटल सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन का आरंभ प्रो. उज्जवल के चौधरी, प्रो. वाइस. चांसलर और डीन स्कूल ऑफ़ मीडिया कम्युनिकेशन एंड फैशन, एडमास यूनिवर्सिटी के मुख्य भाषण द्वारा हुआ। जिसने उन्होंने सम्मलेन के विषय की स्थापना की। उन्होंने मीडिया के विभिन्न पहलुओं और धारणाओं के बारे में बात की और बताया कि कैसे मीडिया सामाजिक परिवर्तन की विवेचना करता है। उन्होंने महामारी और शैक्षणिक शिक्षा के बढ़ते दायरे के बारे में भी बात की। आईआईएमसी के महानिदेशक सतीश नम्बूदिरीपाद ने एक प्रसिद्ध यह एक इच्छा और अभिशाप दोनों हो सकता है। दिलचस्प समय भी परेशानी का समय हो सकता है। चुनौतियों को स्वीकार करने की कला एक महत्वपूर्ण कला है। सत्र का समापन सुश्री पारुल मिश्रा, सुभा घोष, और दिव्यानी राघव जैसे दिग्गजों के मनोहारी प्रदर्शनों के साथ हुआ। शास्त्रीय संगीत की सुंदर एवं ललित कोरियोग्राफी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।साथ ही डीएमई मीडिया स्कूल के छात्राओं, सौम्य सक्सेना और तनिका बजाज द्वारा प्रस्तुत भांगड़ा ने सभी के उत्साह को और दुगना कर दिया।