चाइनीज कंपनीज को मिले टेंडर को रद्द करते हुए बिजली विभाग ने भारतीय कंपनियों को दी प्राथमिकताएं : रणजीत सिंह
रणबीर सिंह रोहिल्ला, चंडीगढ़। पिछले दिनों प्रदेश के दो थर्मल प्लांटों में सॉक्स कंट्रोल को लेकर निविदाएं आमंत्रित की गई थी, जिनमें चाइनीज कंपनियां यह टेंडर लेने में सफल हुई थी। लेकिन अब विभाग की तरफ से दोनों ही कंपनियों के टेंडर को कैंसिल करते हुए भारतीय कंपनियों को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सॉक्स कंट्रोल के लिए बिड के जरिए भारतीय कंपनियों को प्राथमिकताएं दी जाएंगी जिसके लिए प्रक्रिया जारी है। हिसार जिले के खेदड़ थर्मल में 1200 मेगा वाट के लिए 540 करोड रुपए और यमुनानगर में 600 मेगावाट के लिए 284 करोड रुपए के टेंडर हुए थे लेकिन अब जबकि भारतीय कंपनियों की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए चाइना की कंपनियों को मिले टेंडरों को निरस्त कर दिया गया है। ऊर्जा मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने बताया की पूर्व में दिए गए दोनों ही टेंडर को निरस्त कर दिया गया है। हिसार जिले के खेदड़ थर्मल पावर प्लांट में यह टेंडर बीजिंग की एक कंपनी को मिला था और यमुनानगर में शंघाई की एक कंपनी यह निविदा प्राप्त करने में कामयाब हुई थी। चौधरी रणजीत सिंह ने बताया कि इंटरनेशनल कॉम्पिटेटिव बिडिंग के जरिए टेंडर लेने में कामयाब हुई चाईना की दोनों ही कंपनियों के निविदाओं को निरस्त कर दिया गया है और अब डोमेस्टिक कॉम्पिटेटिव बिडिंग के जरिए भारतीय कंपनियों को यह अवसर प्रदान किया जाएगा ताकि देश को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करते हुए किसी बाहरी देश की कंपनी से यह काम ना करवाते हुए भारतीय कंपनियों को अवसर दिया जाए।