देश की सीमा पर हमारे सैनिक पहरेदार बनकर सीना ताने खड़े
सोनीपत। कलाश्री अकादमी के राष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष एवम् कला विशेषज्ञ नरेश आकाश द्वारा ऑनलाइन ड्राइंग कार्यशाला में भारत चीन सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को पेंटिंग के माध्यम से श्रद्धाजंलि अर्पित की गई। नरेश आकाश ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का प्रत्येक नागरिक अध्यापक, डाक्टर, इंजीनियर या विद्यार्थी होने से पहले सच्चा देशभक्त है। गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के साथ पूरा देश खड़ा है। हम अपने घरों में इसीलिए सुरक्षित हैं कि देश की सीमा पर हमारे सैनिक पहरेदार बनकर सीना ताने खडे हैं। आज ऑनलाइन ड्राइंग कार्यशाला में हम पेंटिंग के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भारत माता की जय का उदघोष करते हैं। चढ़ गये जो हंसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली, हम उनको प्रणाम करते हैं। जो मिट गये देश पर, हम सब उनको सलाम करते हैं। कलाश्री अकादमी के अध्यक्ष नरेश आकाश ने बच्चों एवम् उनके अभिभावकों से स्वदेशी अपनाने और चाइनीज वस्तुओं का बहिष्कार करने की अपील करते हुए कहा कि प्रत्येक देशवासी ऐसा करके भी राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान दें सकता है। देश के शहीदों के सम्मान में आयोजित आज सर्वश्रेष्ठ कलाकृति बनाकर प्रथम वैदिका व द्वितीय वेदांत, तृतीय गौरव व मयंक को सांत्वना पुरस्कार मिला।