मां रक्तवाहिनी संस्था ने जुड़े रक्तदाता आए मदद के लिए आगे
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। दिल में जब जज्बा हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं होती। एक आर्मी जवान की पत्नी जिसकी डिलीवरी का समय नजदीक है। डॉक्टर ने मां व बच्चे दोनों की जान का खतरा बताया। जिस वजह से डॉक्टर ने खून की कमी के चलते आर्मी जवान को ओ नेगिटिव खून के लिए कहा। काफी ढूंढने के बाद भी जवान को इस ग्रुप का डोनर नहीं मिला, तब एएफटीसी के ब्लड बैंक से मां भारती रक्तवाहिनी के नंबर आर्मी जवान को दिए गए। जवान ने तुरंत प्रेम गौतम को संपर्क कर अपनी समस्या से अवगत करवाया। तभी संस्था से ओ नेगिटिव ग्रुप के नियमित रक्तदाता सतप्रकाश जो कि सोनीपत के नाहरा गांव से है, उन्हें मामले की जानकारी दी। रक्तदाता तुरंत दिल्ली के लिए रवाना हुआ और मरीज के लिए रक्तदान किया। प्रेम गौतम ने बताया कि ऐसा जज्बा हर व्यक्ति में होना चाहिए, क्योंकि आर्मी का जवान हम सबके लिए अपने जीवन की परवाह किए बगैर देश की रक्षा करता है। हमारा इतना तो फर्ज बनता है कि जब उन्हें व उनके परिवार को हमारी जरूरत पड़े तो हम भी पीछे न हटे ओर हर संभव मदद करने का प्रयास करें। मुज्जफरनगर से 18 वर्षीय थैलेसिमिया लडक़ी के लिए भी मां भारती रकरवाहिनी से 3 रक्तदाता दिल्ली के अपोलो हस्पताल पहुंचे। इस लडक़ी को हर महीने खून चढ़ता है, लेकिन इस कोरोना महामारी के चलते इन्हें इस बार रक्तदाता नहीं मिल पाए, तभी कही से मां भारती रक्तवाहिनी के नंबर लडक़ी के परिवार को मिले तो इनके लिए भी संस्था ने रक्तदाताओं से अपील की तभी हिसार से रक्तदाता प्रवीन, सेम जांगडा व संदीप जांगडा रक्तदान करने दिल्ली पहुंचे। इस तरह से संस्था के सहयोग से 2 मरीजों के लिए 4 यूनिट रक्तदान करवाया। कोरोना महामारी के चलते संस्था ने अब तक कुल 290 यूनिट रक्तदान करवा कर जरूरतमंदों की मदद की है। संस्था से जुड़े रक्तदाता हर परिस्थिति में रक्तदान करने के लिए तैयार रहते है।