मजदूरों को सूखा राशन व 8 हजार रू प्रति माह आर्थिक सहायता दी जाए : एआईयूटीयूसी
सोनीपत 24, ब्यूरो, सोनीपत। प्रवासी मजदूर एसोसिएशन (तैयारी कमेटी) के अनुरोध पर एआईयूटीयूसी की अखिल भारतीय कमेटी ने सोमवार को प्रवासी मजदूर मांग दिवस मनाने का निर्णय लिया। इसीक्रम में एआईयूटीयूसी की सोनीपत कमेटी ने अशोक विहार स्थित अपने कार्यालय में मांग पट्टिकाओं के साथ प्रदर्शन किया। एआईयूटीयूसी हरियाणा के राज्य सचिव कॉमरेड हरिप्रकाश ने कहा कि लॉकडाउन के कारण प्रवासी श्रमिकों को भयंकर तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। उनका रोजगार-धंधा छूट गया, आमदनी का अन्य कोई साधन नहीं, जो कुछ उनके पास था, वह भी खर्च हो गया। एआईयूटीयूसी की राज्य कमेटी के उपप्रधान कॉमरेड ईश्वर सिंह राठी ने कहा कि कुछ राज्यों के लिए ट्रेन चलाई गई, लेकिन वहां भी प्रवासी मजदूरों का बुरा हाल बना दिया गया। उन्होंने कहा कि अभी भी काफी मजदूर हैं, जिनके लिए कोई यातायात का साधन, खाना अथवा दवा आदि का इंतजाम नहीं है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए एआईयूटीयूसी की आल इंडिया कमेटी ने इसे अखिल भारतीय स्तर पर एक जून को मांग दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है। इसलिए आज पूरे भारत में प्रवासी श्रमिकों की समस्याओं को तुरंत हल करने के लिए उनकी इन चार मांगों पर सरकार से तुरंत समाधान करने की मांग की है। प्रवासी मजदूरों को तुरंत उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाया जाए। लॉकडाउन के दौरान उन्हें सूखा राशन व 8 हजार रू प्रति माह आर्थिक सहायता दी जाए। मृत श्रमिक के परिवार को 5 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाए। लॉकडाउन के बाद उन्हें काम की गारंटी दी जाए।