आमजन को तपती गर्मी से मिली राहत, तालाब की पटरी टूटने से खेतों में भरा पानी
सोनीपत 24, ब्यूरो, सोनीपत। बीती रात हुई तेज बारिश व रविवार शाम को हल्की बूंदाबांदी से मौसम में बदलाव आया है, जहां आमजन पिछले कुछ दिनों से गर्मी के कारण झुलस रहे थे। वहीं शनिवार देर रात तेज बारिश व रविवार शाम को हुई हल्की बूंदाबांदी ने लोगों को गर्मी से राहत मिली। वहीं दूसरी ओर शनिवार रात को हुई तेज बारिश के कारण हाउसिंग बोर्ड कालोनी व अन्य कई निचले इलाकोंं में पानी जमा हो गया। शनिवार को हुई तेज बारिश ने प्रशासन की पानी निकासी के दावों की पोल खोल कर रख दी। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासियों ने बताया कि घरों के बाहर पानी खड़ा होने के कारण मच्छर पनप रहे हैंं, जिससे बीमारी फैलने का डर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि कुछ देर बारिश होने से जब यह हाल है तो बारिश के दिनों में तो कॉलोनी में रहने वाले लोगों का जीना दूभर हो जाएगा। बारिश से पहले सीवरों व नालों की सफाई न होने के कारण पानी निकासी की समस्या ओर बढ़ गई है। शहर के गीता भवन चौक के नजदीक बैंक वाली गली में भी बारिश का पानी जमा हो गया, जहां गली वासियों को काफी दिक्कतोंं का सामना करना पड़ा। जुआं गांव के किसान सुनील, सुरेश, महेन्द्र, महाबीर आदि ने बताया कि यह बारिश खाली खेतों के लिए लाभदायक है, क्योंकि किसान इस बारिश के बाद जुताई करके फसल की बिजाई कर सकता है। इस बारिश से किसानों को खेत में पानी लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। जिससे किसान को डीजल पर होने वाला खर्च बचेगा और इस बढ़ती मंहगाई में किसान को कुछ राहत मिलेगी। वहीं दूसरी ओर यह बारिश सब्जी उत्पादक किसानों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी, क्योंकि इस बारिश से जमीन की प्यास बुझ जाएगी और सब्जी पर फल-फूल ज्यादा आने की संभावना बढ़ जाएगी।
वहीं दूसरी ओर जिले के जाटी कलां गांव में बारिश के कारण तालाब का गंदा पानी ओवरफलों होने से तालाब की पटरी का हिस्सा टूटा गया। जिससे आसपास के खेतों में पानी भर गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से पानी निकासी एवं तालाब की पटरी को ठीक करवाने की मांग की। किसान लक्ष्मी नारायण, कर्मबीर, धर्मबीर, प्रेम, राजबीर, ओमप्रकाश, विरेन्द्र आदि ने बताया कि खेतों में पानी भरने से सारी मेहनत बेकार हो गई। किसानों ने खेतों को आगामी फसल के लिए तैयार किया हुआ था। उन्होंने ज्वार की बुआई करने के साथ धान की रोपाई के लिए पौध भी लगा रखी थी। गांव प्रधान जसबीर ने बताया कि ग्रामीणों की पानी निकासी समस्या के समाधान के लिए उपायुक्त को पत्र देकर समाधान की मांग की थी। कोरोना के कारण लॉकडाऊन होने से व प्रशासन की ढील के कारण ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं हो पाया।