यात्रियों की सूची जिला नोडल अधिकारी द्वारा डिप्टी कमिश्नर को प्रदान की जाएगी, प्रतिदिन आने वाले यात्रियों की सूची सिविल सर्जन को जांच हेतु दी जाएगी
सोनीपत। जिलाधीश श्याम लाल पूनिया ने आदेश जारी करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस (कोविड-19) को महामारी घोषित किया गया है। इसके संदर्भ में कोरोना के बचाव व फैलाव की रोकथाम के लिए 31 मई 2020 तक देशव्यापी लोकडाउन लगाया गया है और भविष्य में इसके आगे बढऩे की भी संभावना है। अपने आदेशों में उन्होंने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा एक जून 2020 से तीन ट्रेनों का आंशिक रूप से संचालन किया जा रहा है। इस संबंध में सुनील बैनीवाल, आईआरटीसी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक उत्तर रेलवे डीआरएम कार्यालय नई दिल्ली द्वारा पत्र भेजकर सूचित किया गया है कि सोनीपत में इन तीन ट्रेनों का ठहराव किया जाएगा। इन ट्रेनों के संचालन में कोविड-19 के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर) की पालना व लागू करवाने के लिए अश्वनी कुमार, प्रबंधक शुगर मिल सोनीपत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाता है। जिलाधीश ने अपने आदेशों में कहा कि वाणिज्यिक प्रबंधक व थाना प्रबंधक जीआरपी रेलवे स्टेशन सोनीपत से संपर्क कर प्रतिदिन आने वाले यात्रियों की सूची सिविल सर्जन सोनीपत को कोविड-19 की जांच हेतु भी उपलब्ध करवाई जाएगी। सभी ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों के हाथ पर होम क्वारंटाईन की मुहर लगवाई जाए तथा उन सभी यात्रियों को 14 दिन के होम क्वारंटाईन रहने के लिए भी पाबंद किया जाए।
ट्रेन यात्रियों के लिए क्या हैं रेलवे की गाईडलाईन
उपायुक्त श्यामलाल पूनिया ने बताया कि गृह विभाग हरियाणा सरकार द्वारा ट्रेनों के माध्यम से घरेलू यात्रा के लिए 29 मई 2020 को नई गाईडलाईन जारी की गई है। यह गाईडलाईन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार जारी की गई है। उपायुक्त ने बताया कि सभी यात्री रेलवे अधिकारियों द्वारा जारी की गई टिकटों पर यात्रा करेंगे। सभी यात्रियों को ट्रेनों में सवार होने से पहले अपने मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। रेलवे अधिकारी नियमित रूप से रेलवे स्टेशनों को साफ और सेनेटाईज करेंगे और साबुन और सैनिटाइजऱ की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। सभी रेलवे स्टेशनों पर अलग स्क्रीनिंग क्षेत्र स्थापित कर अपेक्षित सामाजिक दूरी के मानदंड को बनाए रखेंगे। आने वाले यात्रियों की संख्या के आधार पर स्क्रीनिंग काउंटर्स की संख्या को समायोजित करने का प्रावधान किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि डिबोर्डिंग करते समय, सामाजिक दूरी के मानदंडों का सावधानीपूर्वक पालन किया जाए और सभी यात्रियों को निर्धारित तरीके से डिबोर्ड किया जाए ताकि स्क्रीनिंग क्षेत्र में भीड़भाड़ न हो। उन यात्रियों के लिए एक प्रतीक्षा क्षेत्र बनाएं जो स्क्रीनिंग की प्रतीक्षा कर रहे हैं। प्रत्येक रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान के लिए अलग से प्लेटफॉर्म बनाए जाएं ताकि किसी भी प्लेटफॉर्म पर अत्यधिक भीड़ से बचा जा सके। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों के निर्बाध आवागमन के लिए प्रवेश, निकास द्वार की संख्या सुनिश्चित की जाए। उपायुक्त ने बताया कि गाईडलाईन के अनुसार पुष्टि किए गए टिकटों के साथ केवल यात्रियों को रेलवे प्लेटफार्मों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी, ताकि अनावश्यक भीड़ से बचा जा सके। स्वास्थ्य जांच के दौरान यदि यात्रियों में कोई लक्षण या उच्च जोखिम पाया जाता है तो उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों की सूची जिला नोडल अधिकारी (जीआरपी) द्वारा डिप्टी कमिश्नर को प्रदान की जाएगी और यह सूची एक्सेल शीट में सीएमओ को भी दी जाएगी। पर्याप्त संख्या में व्हील चेयर की उपलब्धता (अलग-अलग दिव्यांगता वाले व्यक्तियों के लिए) और प्राथमिक चिकित्सा किट सभी रेलवे पर सुनिश्चित की जाएंगी। बोर्डिंग और यात्रा के दौरान, सभी यात्री चेहरे के कवर / मास्क का उपयोग करेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यात्री अपनी यात्रा के दौरान स्वच्छता का पालन करें। सभी यात्री प्रस्थान के समय से 30 मिनट पहले रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएंगे। हरियाणा के रेलवे स्टेशनों से शुरू होने वाली ट्रेनें अपने प्रस्थान के समय से 30 मिनट पहले स्टेशनों पर पहुंचेगी। आपसी तालमेल के साथ रेलवे संरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी रेलवे स्टेशनों की परिधि और प्लेटफार्म की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगी। उपायुक्त ने बताया कि गाईडलाईन के अननुसार आरपीएफ व रेलवे अधिकारियों द्वारा ट्रेनों में सवार यात्रियों की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाएगी। यात्रियों को डिबोर्डिंग करने की जिम्मेदारी जिला के उपायुक्तों की होगी और इसके लिए वह एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करेंगे। जिला नोडल अधिकारी (जीआरपी) इस संबंध में जिला प्रशासन की सहायता करेगा। यदि किसी भी यात्री में कोविड -19 का लक्षण प्रतीत होता है, तो रलवे स्टेशन पर मौजूद जिला प्रशासन की टीम यह सुनिश्चित करेगी कि उसे सिविल सर्जन के साथ तालमेल कर पूरी सावधानी के साथ स्वास्थ्य जांच के लिए शिफ्ट करें। सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटीन होना होगा। जीआरपी के जवान रेलवे स्टेशनों के निकास द्वारों पर तैनात रहेंगे और यह सुनिश्चित करने में जिला प्रशासन की सहायता करेंगे कि यात्री केवल अधिकृत, नामित निकास द्वारों के माध्यम से ही स्टेशन को क्रमबद्ध तरीके से छोड़े।
पश्चिमी बंगाल के 175 प्रवासी श्रमिकों को बस से भेजा गुरुग्राम
सोनीपत। उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेशों व गृह जिलों तक भेजने के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शनिवार को पश्चिम बंगाल के 175 प्रवासी श्रमिकों को सोनीपत से बसों के माध्यम से गुरुग्राम भेजा गया। यहां से इन यात्रियों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से पश्चिम बंगाल के बर्धमान भेजा जाएगा। यह ट्रेन नंबर 04292 शनिवार सांय छह बजे गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। उपायुक्त ने बताया कि जिला से ट्रेनों व बसों के माध्यम से भेजने जाने वाले प्रत्येक प्रवासी श्रमिक का मेडिकल परीक्षण करवाया जा रहा है। इसके साथ ही सामाजिक दूरी का भी लगातार पालन किया जा रहा है। सोनीपत से भेजे गए प्रवासी श्रमिकों में बीरभूम जिला से चार, दक्षिण दीजनापुर से 15, उत्तर दीजनापुर से 29, हावड़ा से तीन, हुगली से चार, कूच बिहार से 104, मालदा से सात, नार्थ 24 परगना से आठ व सिलिगुड़ी का एक यात्री शामिल है।