सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक नागरिक को बचाने की : रावत
अरूण कश्यप, देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में विभिन्न प्रांतों से आ रहे प्रवासियों के आने से कोरोना पॉजेटिव केस बढ़ रहे है। ऐसे में सभी लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है। यह बात मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की बैठक लेते हुये कही। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रान्तों से उत्तराखंड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे। इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। उन्होंने कहा कि सरकार हर परिस्थिति से लडऩे व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोरेंटीन किये गये व्यक्ति कोरेंटीन के नियमों का पालन करें जो कोरेंटीन व्यक्ति कोरेंटीन नियमों का पालन नही करते है। उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होंने कहा कि संक्रमण का दौर है। सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने जनपद में कोविड -19 में किये जा रहे कार्यो एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आधुनिकतम उपकरणों की व्यवस्था कर रही है। बढते संक्रमण को देखते हुये सुशीला तिवारी चिकित्सालय को और अन्य उपकरणों व संसाधनों की आवश्यकता हो उसकी मांग तत्काल शासन को उपलब्ध करायें, ताकि व्यवस्था की जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हमारी फं्रट लाइन वारियर टीम है। इसलिए स्वास्थ्य कर्मी सहज व सक्रिय रहकर कार्य करें। उन्होंने कहा मेडिकल वेस्ट का नियमानुसार डिस्पोज किया जाए। उन्होंने इस संक्रमण काल में आईएमए द्वारा दिये जा रहे सहयोग की सराहना की, इसके साथ ही प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा रात-दिन तत्परता के साथ जो सेवाये दी जा रही है वह भी प्रशंसनीय है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आने वाले 10 दिन काफी अहम होंगे, ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होंने कहा जिन्हे कोरेंटाइन किया गया है। अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नहीं दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से कहा कि वह पूरी तत्परता कार्य कुशलता एवं निष्ठा के साथ संक्रमण काल में टीम भावना के साथ दायित्यां का निर्वहन करें। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य एवं सांसद अजय भटट ने कहा बाहर से आने वाले प्रवासियों से अपील की है कि वे कोरेंटीन के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करें, नियम तोडऩे वालों से सख्ती से निपटने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग व अन्य विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा इस आपदा दौर मे किये जा रहे कार्यो की सराहना करते हुये उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता प्रत्येक आम नागरिक को बचाने की है। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि राज्यभर में अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। जबकि देश के विभिन्न प्रांतों से उत्तराखंड आने के लिए 2.47 लाख लोगों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रांतों से लोगो का आना बढ़ रहा है, इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेंटीन सेंटर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए। उन्होंने कहा कि होम एवं संस्थागत कोरेंटीन किये गये व्यक्तियां की नियमित चैकिंग की जाए तथा कोरेंटीन का पालन कराया जाए जो कोरोंटीन नियमों का पालन नहीं करता है, उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। कुमार ने कोरेंटीन सेंटर व स्टेजिंग एरिया में साफ सफाई व्यवस्था, सेनेटाइजेशन आदि की व्यवस्थायें सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत ही उन्हें होम अथवा संस्थागत कोरेंटीन किया जा रहा है। उन्होंने जनपद में प्रवासियों के सर्वलांस, स्कैनिंग, स्वास्थ्य परीक्षण एवं कोरेंटीन पर नजर रखने हेतु जनपद में 27 आईडीएसपी टीमें, 84 वीआरटी, 126 सीआरटी, 30 आरआरटी की टीमे लगाई गई है जो सतत् निगरानी कर रही है। बंसल ने बताया कि एसटीएच को कोविड चिकित्सालय बनाया गया है। चिकित्सालय मे 337 बैड आईसीयू, 220 बैड कोरोना पॉजेटिव हेतु, 85 आईसोलेशन बैड तथा 35 बैड वेंटिलेटर हेतु बनाये गये है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान गंभीर बीमारी उपचार हेतु 6 प्राइवेट चिकित्सालय भी अधिगृहित किये गये है, जिनमें सरकारी अथवा आयुष्मान दरों पर ही ईलाज किया जा रहा है, अभी तक 20 गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों का ईलाज किया जा चुका है। जनपद में 121 कोरेंटीन सेंटर शहरीय व ग्रामीण इलाको मे संचालित है। बंसल ने बताया कि अभी तक जनपद मे 20465 पास जारी किये गये है, विभागीय निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिये गये है। जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मे 7921 प्रवासी पहुचे है, जिसमें से 5493 प्रवासी को होम कोरेन्टीन व 2428 को संस्थागत कोरेंटीन किया गया है। जबकि शहरों में 6479 प्रवासी विभिन्न प्रांतों से पहुचे है। बैठक में विधायक नवीन दुम्का, संजीव आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, उपाध्यक्ष आनन्द सिह दरम्वाल, मण्डी परिषद अध्यक्ष गजराज बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट,पीआरओ मुख्यमंत्री विजय बिष्ट, दर्जा धारी मंत्री प्रकाश हर्बोला, बहादुर सिह बिष्ट, मेयर डा0 जोगेन्द्र पाल सिंह रौतेला, प्रकाश रावत,सभापति मण्डी मनोज साह, रविन्द्र रैकुनी, तरूण बंसल, प्रदीप जनौटी, प्रमोद तोलिया के अलावा डीआईजी जगत राम जोशी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा, मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार, सीएमओ डा0 भारती राणा, एमडी केएमवीएम रोहित मीणा, आरएफसी ललित मोहन रयाल, अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपागी, केएस टोलिया, प्रधानाचार्य मेडिकल कालेज डा0 सीपी भैसोडा, डा0 अरूण जोशी. सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिह, श्रमायुक्त दीप्ति सिह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे। प्रस्थान से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिह रावत ने स्टेजिंग एरिया अन्तर्राष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार का निरीक्षण कर स्टेजिंग एरिया की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।