जीवीएम में बायो डायवर्सिटी-डे के मौके पर राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाईन स्पर्धाओं का आयोजन
रणबीर सिंह, रोहिल्ला, सोनीपत। वल्र्ड बायो डायवर्सिटी-डे के मौके पर जीवीएम गल्र्ज कालेज के भूगोल विभाग के संयोजन में आयोजित ऑनलाईन राष्ट्रीय नारा लेखन स्पर्धा में जीवीएम की छात्रा अंशू अव्वल रही। संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. ज्योति जुनेजा ने विजेताओं को बधाई देेते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। प्रतियोगिता की प्रमुख संयोजक प्राध्यापिका रजनी कत्याल ने बताया कि वल्र्ड बायो डायवर्सिटी-डे के मौके पर जीवीएम में ऑनलाईन राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। प्रतियोगिता का आयोजन जैव विविधता के अर्थ को समझाने के उद्देश्य से किया गया। उन्होंने कहा कि प्रकृति व मानव जीवन के बीच स्थाई संबंध है। हम अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राकृतिक प्रणालियों पर निर्भर हैं। इसलिए जैव विविधता मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 22 मई को विश्व स्तर पर बायो डायवर्सिटी-डे मनाया जाता है। नारा लेखन स्पर्धा में मेजबान जीवीएम की छात्रा अंशू ने प्रथम व सीआरएसयू जींद के विवेक ने द्वितीय तथा राजकीय महिला महाविद्यालय बल्लभगढ़ की छात्रा हिमांशी तृतीय स्थान पर रही। वैश्य आर्या शिक्षण महिला महाविद्यालय बहादुरगढ़ की पिंकी व जीवीएम की रिया जैन को सांत्वना पुरस्कारों से नवाजा गया। पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन (पीपीपी) में भी जीवीएम की रितिका पंघाल ने प्रथम, एनबीजीएसएम कालेज सोहना गुरूग्राम के छात्र गौरव ने व जीवीएम की चहक ने संयुक्त रूप से द्वितीय और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फोर पोपुलेशन साइंस मुंबई के छात्र राहुल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। राजकीय महिला महाविद्यालय बल्लभगढ़ की कनिका व ताऊ देवीलाल राजकीय महिला महाविद्यालय मुरथल की तन्नू को सांत्वना पुरस्कारों से सुशोभित किया गया। प्रतियोगिता की संयोजक रजनी कत्याल ने कहा कि विजेताओं को ई-सर्टिफिकेट से सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता में प्रो. केसी जैन, प्रो. शिवानी, प्रोफेसर पिंकी, कीर्ति, कविता व खुशी और रूचि ने भी विशेष सहयोग दिया।