बढमलिक गांव से पति-पत्नी ने रक्तदान किया
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। विकट परिस्थितियों में जब किसी मरीज को खून की जरूरत पड़ती है, उस समय वह ग्रुप ब्लड बैंक में नहीं मिल पाता, तब मरीज के परिजनों पर क्या गुजरती है यह तो सिर्फ वही जानते है? ऐसे ही अलग-अलग 3 मरीजों को सोनीपत व नरेला में खून की जरूरत पड़ी। मरीज के परिजनों ने मां भारती रक्तवाहिनी के पदाधिकारी को फोन किया। संस्था के अध्यक्ष रविन्द्र शर्मा ने रक्तदाताओं से संपर्क करके सरकारी ब्लड बैंक व निजी ब्लड बैंक में 10 रक्तदाताओं का रक्तदान करवाकर मरीजों के परिवार वालों की मदद कराई। जिसके बाद उन्होंने संस्था का धन्यवाद करते हुए कहा कि ऐसी संस्था से हमे भी जोड़े, ताकि हम भी किसी के लिए भविष्य में रक्तदान कर जीवन बचा सके। इस महामारी के दौरान संस्था अब तक कुल 272 यूनिट रक्तदान सोनीपत के ब्लड बैंकों में करवा चुकी है। बढमलिक गांव से पति-पत्नी ने रक्तदान किया। पत्नी ने पहली बार रक्तदान कर सभी के लिए एक संदेश दिया कि अगर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ानी है तो रक्तदान जरूर करे। जिससे आप के शरीर में नया खून बनता है और बीमारियों से लडऩे की शक्ति बढ़ती है। सुमन ने बताया कि उन्हें रक्तदान की प्रेरणा उनके पति चरित्र कुमार से मिली है, जो अनेको बार रक्तदान कर चुके है। संस्था से पिछले 3 साल से जुड़े है। विक्रम चोपड़ा, कुलदीप, चंदन वर्मा, महावीर, विनय, अंकित, रमेश, अमृत, मुकेश दास, मोहित शर्मा ने ब्लड बैंक पहुंच कर इन मरीजों के लिए जीवनदायिनी खून का दान किया।