- पांच हजार किसानों को ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने की घोषणा
- ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने जताया मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार
- कैदियों को पैरोल का समय अगले 6 सप्ताह के लिए ओर बढ़ाया
राजेश सलूजा, रणबीर रोहिल्ला, चंडीगढ़। हरियाणा के बिजली तथा जेल मंत्री रणजीत सिंह ने प्रदेश में 5 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने यह निर्णय लेकर किसानों को बड़ी राहत देने का काम किया है। रणजीत सिंह ने कहा कि कल देर सायं मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बिजली विभाग की एक समीक्षा बैठक के दौरान गर्मियों के दिनों में बिजली की समुचित उपलब्धता पर विचार किया गया। इस दौरान लगभग 5 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने का भी निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि लगभग 9039 किसानों ने अपने एस्टीमेट के पैसे जमा करवा रखे हैं। इनमें से फाइव स्टार मोटर्स के साथ लगभग 1063 ट्यूबवेल कनेक्शन जारी किए जा चुके हैं। शेष 4 हजार ट्यूबवेल कनेक्शन आगामी 15 जून तक जारी कर दिए जाएंगे। इसके बाद फाइव स्टार की मोटर्स उपलब्ध होने पर नए ट्यूबवेल कनेक्शन लगाए जाएंगे। बिजली मंत्री ने कहा कि बिजली के बिलों के संबंध में कुछ शिकायत मिली हैं। कोरोना महामारी के कारण घर-घर जाकर रीडिंग लेना संभव नहीं था, इसलिए ये बिल औसत आधार पर भेजे गए थे। इसलिए उपभोक्ताओं को चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बिलों में पाई गई त्रुटियों को विभाग के ध्यान में ला दिया गया है और इन्हें जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा। रणजीत सिंह ने कहा कि उपभोक्ता हैल्पलाइन नंबर 1912 पर भी अपनी शिकायतें दर्ज करवाकर त्रुटियां ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी उपभोक्ता ने बढ़े हुए बिलों का भुगतान कर दिया है तो उनके अगले बिलों में इस राशि का समायोजन कर दिया जाएगा। इसके अलावा, बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी तरह का सरचार्ज नहीं लगेगा। उन्होंने कहा कि छोटे दुकानदार भी घरेलू कनेक्शन की श्रेणी में आते हैं इसलिए उनको भी यह राहत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर रोज 5 हजार मेगावाट बिजली की खपत हो रही है और इस समय हमारे पास लगभग 12 हजार मेगावाट बिजली उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जगमग योजना के तहत साढ़े 4 हजार गांवों में 24 घंटे बिजली दी जा रही है। रणजीत सिंह, जिनके पास जेल विभाग भी है, ने कहा कि कोरोना के चलते कैदियों को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर कमेटी बनाकर राहत दी गई है। सरकार द्वारा पिछले दिनों 6 हजार कैदियों को पैरोल दी गई थी। अब उनकी पैरोल का समय अगले 6 सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। इसलिए सभी कैदी 12 सप्ताह के पैरोल के बाद ही वापस जेलों में आएंगे।