शंसमती वटी, गुडुची घटवटी दवा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर : डीसी
जयवीर सिंह, पानीपत। आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचने व अच्छे खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए एडवाइजरी जारी की है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं, यह पद्धति हजारों वर्ष पुरानी चिकित्सा पद्घति है। इसी को लेकर आयुष विभाग के चिकित्सकों ने मंगलवार को उपायुक्त हेमा शर्मा को कोरोना महामारी के विरूद्ध रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए शंसमती वटी, गुडुची घटवटी तथा अणु तेल की दवाईयां दी। उपायुक्त हेमा शर्मा ने कहा कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना के संक्रमण की रोकथाम को लेकर एडवाइजरी जारी की हुई है, जिसकी मदद से हम कोरोना के खिलाफ जंग में खुद को और अधिक मजबूत बना सकते हैं। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय के सुझाव के अनुसार दिन भर गर्म पानी पीते रहें। साथ ही घर पर रहकर दिन में कम से कम आधे घंटे तक योगासन व प्रणायाम करें, हल्दी, धनिया, जीरा, लहसुन का खाने में प्रयोग करें और सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाएं। मधुमेह के रोगी शुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें। उन्होंने बताया कि इसके अलावा दिन में एक या दो बार हल्दी मिला हुआ दूध पीएं। हर्बल चाय, तुलसी काढ़ा, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ व मुनक्का का दिन में कम से कम दो बार प्रयोग करें। इसके अलावा जरूरत के अनुसार नींबू पानी या गर्म पानी का सेवन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि सामान्य उपचार के तहत सुबह और शाम तिल या नारियल का तेल या घी दोनों नासिका छिद्रों में लगाएं, एक चम्मच नारियल या तिल के तेल दो-तीन मिनट के लिए मुंह में घुमाकर थूकें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें। सूखी खांसी या खराश के लिए अजवाइन या पुदीने के पत्ते डालकर गर्म पानी से भाप लें। दिन में दो-तीन बार लौंग के पाउडर में शहद मिलाकर सेवन करें। डीसी हेमा शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक पद्घतियां अपनाकर हम खुद को स्वस्थ रखेंगे तो कोरोना के लक्षण दिखने पर भी उससे आसानी से लड़ा जा सकता है। उन्होंनेे कहा कि निश्चित तौर पर इन दिशा निर्देशों का पालन कर के हर कोई आने वाले खतरे से बच सकता है । आयुष मंत्रालय के सुझाव को अपने जीवन में अवश्य उतारें। साथ ही लोगों को भी इन दिशा-निर्देशों का पालन करने का सुझाव दें। उन्होंने बताया कि जिला आयुर्वेदिक अधिकारी व उनकी टीम द्वारा इस बारे जानकारी दी जा रही हैं तथा कोरोना की जंग से लडने वालों को दवाईया व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के बारे जानकारी दी जा रही हैं। आयुष विभाग के एएमओ डा0 अन्जु व डा0 संजय राजपाल ने बताया कि ये दवाईयां आम जनता के लिए आयुष विभाग में कार्यरत 25 गांव के औषधालयों अदियाना, बराना, बापौली, देहरा, हथवाला, राक्शहेड़ा, मनाना, बबैल, जोशी, इसराना, बुआना लाखु, कुराना पाथरी, कालखा, उरलाना कलां, धर्मगढ़, किवाना, सिवाह, कवि, ऊझा, ददलाना, सैक्टर 11 व सैक्टर 25 तथा आयुष विंग सिविल अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध हैं। जिला आयुष विभाग की ओर से मंगलवार को ही लघु सचिवालय में उपायुक्त हेमा शर्मा, नगराधीश सुमन भाखड़ व डीएसपी हैडक्वाटर सतीश वत्स के अलावा अन्य विभागों के अधिकारियों को आयुर्वेद की औषधियां शंसमती वटी, गुडुची घटवटी तथा अणु तेल प्रदान की। इसके बाद आयुष विभाग की ओर से जिला स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन संतलाल वर्मा को भी उनके कार्यालय में जाकर इस टीम ने स्वास्थ्य विभाग के सभी चिकित्सा अधिकारियों, चिकित्सकों, चिकित्सा सहायकों व अन्य कर्मचारियों के लिए आयुर्वेद की औषधियां प्रदान की ताकि कोरोना महामारी की इस लड़ाई में इनकी प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। डा0 संजय राजपाल ने मौके पर उपस्थित डीईटीसी एक्साईज पुनित शर्मा को भी उक्त प्रतिरोधक दवाईयां प्रदान की।