राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल राजधानी दिल्ली से सटा होना बड़ी चुनौती, औद्योगिक हब के साथ कंस्ट्रक्शन की बड़ी साईट उस पर खरीद सीजन शुरु, रेड जोन दिल्ली व उत्तर प्रदेश के साथ लगते बॉर्डर, हर चुनौती से निपटने में हैं हम सक्षम, सोनीपत के तीन कोरोना पोजिटिव मरीजों ने की रिकवरी : उपायुक्त डा. अंशज सिंह
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। वैश्विक महामारी कोविड-19 ने सोनीपत जिला के समक्ष कई प्रकार की चुनौतियां खड़ी कर दी हैं, जिनके समाधान के लिए उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने बेहद सूझबूझ के साथ बेहतरीन कदम उठाये हैं। उपायुक्त की दूरदर्शिता व प्रयासों के आगेे सब चुनौतियां गौण नजर आने लगी हैं। उनके नेतृत्व में उनकी पूरी टीम दिन-रात कर्मठता व समर्पित भाव से कोविड-19 की जंग को जीतने के लिए संघर्षरत हैं। उपायुक्त कहते भी हैं कि वे हर चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अंतर्गत आने वाला सोनीपत जिला राजधानी दिल्ली से सटा हुआ है, जोकि अब एक चुनौती का रूप धारण कर रहा है। राजधानी रेड जोन में हैं। जानकारी के अनुसार रोजाना हजारों लोग दिल्ली आ-जा रहे हैं। इनमें आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग प्रमुख रूप से शामिल हैं। साथ ही अनुमति लेकर आने-जाने वाले लोगों की संख्या भी खासी है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-44 के रास्ते से पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश की ओर जाने वाले लोगों को भी सोनीपत से होकर गुजरना पड़ता है। नये-नये लोगों का तथा रेड जोन दिल्ली में काम करके वापस सोनीपत लौटना खतरनाक संकेत देते हैं।
सोनीपत औद्योगिक हब के रूप में विकसित
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के पोजिटिव मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हाल ही में सोनीपत के रसोई गांव में एक पुलिस कांस्टेबल कोरोना पोजिटिव मिला है। यह ऐसा ही मामला है जिसकी चर्चा ऊपर की गई है। दिल्ली पुलिस का यह जवान हजरत निजामुद्दीन इलाके में ड्यूटी पर था। सोनीपत औद्योगिक हब के रूप में भी विकसित हुआ है। यहां बड़े-बड़े औद्योगिक क्षेत्र हैं जिनमें प्रमुख रूप से कुंडली, राई, गन्नौर (बड़ी), नाथूपुर, सोनीपत और गोहाना को शामिल किया जा सकता है। अब सरकार 20 अप्रैल से औद्योगिक इकाइयों को छूट दे रही है। ऐसे में औद्योगिक इकाइयों में मजदूरों को कोविड-19 से बचाना भी एक चुनौती है, जिसके लिए उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने उद्योगपतियों को सरकार के निर्देशों की पूर्ण अनुपालना के आदेश दिए हैं। यदि कोई औद्योगिक इकाई खोलता है तो उसे मजदूरों को अपनी इकाई में ही ठहराने व भोजन का प्रबंध करना होगा। सोनीपत एक बड़ी कंस्ट्रक्शन साइट के रूप में भी उभरा है। यहां बड़े-बड़े बिल्डरों ने विला व फ्लैट निर्माण किये हैं। साथ ही आवासीय कॉलोनी विकसित करते हुए प्लॉट भी उपलब्ध कराये हैं। इनसे जुड़ा एक बड़ा मजदूर वर्ग यहां निवास करता है। उपायुक्त ने मजदूरों को उनके स्थान पर ही भोजन की व्यवस्था की है। ऐसे में इन मजदूरों की समस्या का समाधान कर दिया गया है। वहीं, अब रबी सीजन में गेहूं की फसल की खरीद भी प्रारंभ हो रही है। इसके लिए उपायुक्त ने खरीद केंद्रों का विस्तार करते हुए जिलाभर में 47 खरीद केंद्र बनाये हैं, ताकि सोशल डिस्टेंस बना रहे। उपायुक्त ने कड़े निर्देश दिए हैं कि सभी खरीद केंद्रों में कोविड-19 से बचाव के पुख्ता प्रबंध किये जायें।
सोनीपत हर चुनौती को पार करने में सक्षम
सोनीपत जिले की सीमाएं दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश से लगती हैं, जिनक बॉर्डरों को उपायुक्त ने सील करा दिया है। किंतु अनुमति के साथ लोगों का आना-जाना जारी है। दिल्ली में तो आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों की एक बड़ी संख्या रोजाना दिल्ली आती-जाती है। इनसे संभावित खतरे से निपटने के लिए उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने बॉर्डर पर ही सैनेटाईजेशन की सुविधा दिला रखी है। साथ ही वे लगातार सोनीपतवासियों से अपील कर रहे हैं कि कोरोना संदिग्धों की सूचना तुरंत प्रभाव से जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। चुनौतियां कितनी भी हों, सोनीपत हर चुनौती को पार करने में सक्षम नजर आता है। उपायुक्त के निर्देशन में हर स्तर पर हर मुद्दे को ध्यान में रखते हुए बेहतरीन कदम उठाये गये हैं। लॉकडाउन को कड़ाई के साथ लागू किया गया है। पुलिस प्रशासन की मदद से लॉकडाउन की अवहेलना करने पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने 254 से अधिक एफआईआर दर्ज की हैं। विश्वास से लबरेज उपायुक्त डा. अंशज सिंह कहते हैं कि वे हर चुनौती से निपटने को तैयार हैं। जन सहयोग से वे किसी भी समस्या का समाधान कर सकते हैं। लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों व प्रवासियों को भोजन की कोई समस्या नहीं आने दी। रोजाना भोजन के करीब 40 हजार पैकेट बनवाये गये। हर जरूरतमंद को भोजन कराया जा रहा है। अब सूखा राशन वितरण की शुरुआत की गई है, जिसका सर्वे कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक जशनदीप सिंह रंधावा, निगमायुक्त अशोक बंसल, अतिरिक्त उपायुक्त दिनेश सिंह यादव, एसडीएम आशुतोष राजन, स्वप्निल रविंद्र पाटिल, नगराधीश सुरेंद्र दून, आशीष कुमार, श्वेता सिंह, डा. संजय कुमार, शंभू सिंह, डीएसपी डा. रविंद व सिद्धार्थ दहिया आदि दिन-रात राष्ट्र सेवा व जनसेवा में जुटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री की सीपी ग्राम साइट पर प्रदर्शन संतोषजनक
सेंट्रल पब्लिक ग्रीवेंसिज मॉनिटरिंग सिस्टम (सीपी ग्राम) एक ऐसी साइट है जिस पर देशभर से शिकायतें दर्ज कराई जाती हैं। सीपी ग्राम पर आने वाली शिकायतों पर प्रधानमंत्री कार्यालय की भी नजर रहती है। सीपी ग्राम पर आने वाली शिकायतें यदि एक दिन से अधिक लंबित रह जायें तो कड़ी कार्रवाई निश्चित है। एचसीएस अधिकारी सिद्धार्थ दहिया सीपी ग्राम साइट पर सोनीपत का प्रदर्शन संतोषजनक करार देते हैं। उनका कहना है कि सी पी ग्राम पर अभी तक सोनीपत की मात्र तीन शिकायतें ही आई हैं, जो भोजन वितरण से संबंधित थी। तीनों ही शिकायतों का समाधान उसी दिन करा दिया गया।
सूखा राशन वितरण के लिए कराया गया सर्वे
उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने संकल्प लिया है कि सोनीपत में किसी को भूखा नहीं सोने दिया जाएगा। हर जरूरतमंद व प्रवासी को भोजन कराया जाएगा। अब जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों को सूखा राशन वितरण करने की ओर कदम बढ़ाया है। इस चुनौती पर खरा उतरने के लिए नगर निगम ने मात्र चार दिन में 300 कर्मियों की सहायता से निगम क्षेत्र का सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। सर्वे में 90 हजार से अधिक संपत्ति कर दाताओं को शामिल किया गया। इनमें 72772 परिवारों का सर्वे किया गया, जिनमें से 31054 परिवारों ने राशन की मांग की है। सूखा राशन की मांग करने वाले 27836 परिवार हैं तथा 5894 परिवारों ने पके हुए भोजन की मांग की है। इन परिवारों को योजनाबद्ध तरीके से सूखा राशन वितरण किया जा रहा है।
हैल्पलाईन 1950 बेहद कारगर
कोविड-19 की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान सोनीपत में आम जनमानस को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं आने दी जा रही, जिसमें हैल्पलाईन नंबर-1950 बेहद कारगर साबित हो रही है। हैल्पलाईन पर रोजाना करीब 500 शिकायतें आती हैं, जिनमें अधिकांश भोजन संबंधी शिकायतें होती हैं। लगभग सभी समस्याओं का तुरंत प्रभाव से समाधान कराया जाता है। कोरोना वायरस के लक्षणों आदि को लेकर आने वाली कॉल्स की सुनवाई के लिए दो चिकित्सकों की सेवाएं ली जा रही हैं।
सोनीपत के तीन कोरोना पोजिटिव मरीजों ने की रिकवरी
सोनीपत में अभी तक आये कोरोना पोजिटिव के सात मामलों में से तीन ने रिकवरी कर ली है। उपायुक्त के अनुसार पहला पोजिटिव मामला तमन्ना जैन के रूप में सामने आया था, जो रिकवरी करने के बाद अपने घर पर है। अब मोहन नगर के रोहित शर्मा तथा बख्तावरपुर के इकरमुद्दीन ने भी रिकवरी कर ली है। इन दोनों को भी बीती रात्रि अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।