भ्रष्टाचार पर कटाक्ष करते हुए माता-पिता के एकाकी जीवन को किया प्रदर्शित, हरियाणा कला परिषद के संयोजन में जीवीएम मेंं हुआ नाट्य महोत्सव का आयोजन
श्याम सुंदर, सोनीपत। हरियाणा कला परिषद के तत्वावधान मेंं जीवीएम गल्र्ज कालेज में तीन दिवसीय नाट्य महोत्सव का आयोजन किया गया। नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से कलाकारों ने भ्रष्टाचार और भाई-भतिजावाद पर तीखा कटाक्ष किया। वहीं माता-पिता की वृद्धावस्था के एकाकीपन को भी मार्मिकता के साथ दर्शाया गया। जीवीएम संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. ज्योति जुनेजा ने इस सफल आयोजन पर परिषद का आभार व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित किया कि नाटकोंं में दिए गए संदेश को आत्मसात करते हुए वे जीवन में आगे बढ़ें। नाट्य महोत्सव का शुभारंभ हरियाणा कला परिषद के उपाध्यक्ष संजय भसीन व संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी द्वारा पहले दिन दीप प्रज्वलित करके किया गया। महोत्सव के पहले दिन सैंया भये कोतवाल नामक नाटक की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। नाटक के माध्यम से जड़ जमा चुके भ्रष्टाचार और भाई-भतिजावाद पर तीखा प्रहार किया गया। महोत्सव के दूसरे दिन दूसरा आदमी-दूसरी औरत शीर्षक के अंतर्गत नाटकी दमदार प्रस्तुति दी गई। नाट्य महोत्सव के अंतिम दिन संध्या छाया नामक नाटक की मार्मिक प्रस्तुति दी गई। इस नाटक की प्रस्तुति में माता-पिता की वृद्धावस्था की स्थिति को दर्शाने का प्रयास किया गया। नाटक में दिखाया गया कि एक माता-पिता के दो पुत्र हैं और दोनों ही उनकी वृद्धावस्था में उनके पास नहीं है। एक पुत्र फौज में है तो दूसरा विदेश में बस गया है। उम्र के जिस दौर में माता-पिता को अपनी संतान की सर्वाधिक आवश्यकता होती है उस समय संतान उन्हें अकेला छोड़ जाती है। आधुनिक दौर में इस प्रकार की स्थिति आमतौर पर देखने को मिलती है। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को सोचने पर विवश कर दिया। वहीं दर्शक छात्राओं ने संकल्प लिया कि वे अपने माता-पिता को कभी भी इस प्रकार की स्थिति में नहीं पहुंचने देंगी। महोत्सव के दौरान मंच संचालन प्राध्यापिका भूमिका शर्मा ने किया। महोत्सव के अंतिम दिन मदनलाल कुमार व प्राचार्या डा. ज्योति जुनेजा ने कलाकारों को पुरस्कृत किया।