श्रद्धालुओं ने किया भगवान शिव का जलाभिषेक
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। महाशिव रात्रि का पर्व पूरे जिले में हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। जिले के सभी मंदिरों में सुबह तडक़े से ही भगवान शिव के जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी लाइन लग गई थी। श्रद्धा भक्ति का केंद्र सिद्धपीठ तीर्थ सतकुंभा धाम पर महाशिव रात्रि के पावन पर्व पर सात दिवसीय सतकुंभा उत्सव के सातवें दिन पांच कुंडीय रुद्र महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आहुति डाली। इस मौके पर आसपास के गांवों के ग्रामीणों ने सतकुंभा धाम पर बने शिव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक किया और भगवान शिव की पूजा अर्चना की। सिद्धपीठ के पीठाधीश्वर राजेश स्वरूप महाराज ने धाम पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। महाशिव रात्रि के पावन पर्व में सतकुंभा धाम पर विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने भजन प्रस्तुत कर माहौल को भक्तिमय बना दिया। महाशिव रात्रि के पावन पर्व पर सतकुंभा धाम पर आसपास ग्रामीणों के अलावा दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का जनसमूह एक सैलाव के रूप में देखने को मिला। पीठाधीश्वर राजेश स्वरूप महाराज ने मंगलकारी प्रवचनों की रसधारा प्रवाहित करते हुए कहा कि सतकुंभा धाम तपस्वियों की भूमि है। यहां पर श्रद्धालुओं की मन्नतें पूरी होती है। पीठाधीश्वर महाराज ने कहा कि बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से सभी के जीवन में सुख, शांति व समृद्धि आए। महाशिव रात्रि के दिन जो भी भक्त सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, उन्हें महादेव की विशेष कृपा मिलती है। पीठाधीश्वर राजेश स्वरूप महाराज ने कहा कि इस दिन मंदिर में भक्तिभाव से मांगा हुआ वरदान महादेव पूरा करते हैं। महाशिव रात्रि बुराईयों को त्याग कर अच्छाइयों को ग्रहण करने का पर्व माना जाता है। भगवान शिव की आराधना करने से परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। महाशिव रात्रि के पावन पर्व पर विभिन्न शिक्षण संस्थानों के नन्हे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। श्रद्धालुओं ने धाम पर लगे अनंत भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। भजन सम्राट पवन देव चतुर्वेदी व्यास ने सतकुंभा धाम का वर्णन करते हुए मनमोहक भजन गाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर धाम के प्रबंधक सूरज कुमार शास्त्री, पवन शास्त्री, पं. रणजीत, पं. राममेहर, शहरपाल, ब्रह्मपाल, जनेश्वर, रामनिवास, पं. बिजेन्द्र, सोनू सहित काफी संख्या गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।