सांसद-विधायक व जिला अध्यक्ष का रहेगा पूरा हस्तक्षेप, प्रदेश के अधिकतर जिला-मंडल अध्यक्षों की छुट्टी तय
अशोक छाबड़ा, जींद। हरियाणा में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और जिला अध्यक्षों के चुनाव कराए जाने के स्थान पर उनको मनोनीत किया जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव इसी माह के आखिरी सप्ताह में होने की उम्मीद है। अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति हो गई तो जिला और प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करवाने के बजाय मनोनीत करना पड़ेगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद चुनाव की प्रक्रिया खत्म हो जाती है। इतनी कम अवधि में मंडल अध्यक्षों के ही चुनाव संभव हैं। मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति में वहीं सांसद, विधायक, विधानसभा प्रत्याशी और जिला अध्यक्षों का पूरा हस्तक्षेप रहेगा। हालांकि पार्टी के पुराने व कर्मठ कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी। पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने स्पष्ट किया कि मंडल अध्यक्ष मजबूत होंगे तो पार्टी मजबूत होगी। पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज ने भी कहा कि मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति में विधानसभा प्रत्याशी की सहमति लें, क्योंकि वही बेहतर फीडबैक दे सकते हैं। विधानसभा चुनाव में भाजपा को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले। शहरी क्षेत्रों में तो संगठन मजबूत दिखा, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में संगठन की कमजोरी चुनाव परिणाम में नजर आई। प्रत्याशियों ने भी मंडल अध्यक्षों को लेकर फीडबैक अच्छा नहीं दिया था। ऐसे में अधिकतर मंडल अध्यक्षों की छुट्टी तय है। शुक्रवार को हुई प्रदेश स्तरीय बैठक में भी नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंपने के संकेत भी दिए गए।
कार्यकर्ता व पदाधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
पत्रकारों से बातचीत में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा है कि भाजपा मंडल अध्यक्ष के चुनाव से पहले प्रदेश के सभी मंडलों में रायशुमारी का कार्य किया जाएगा। लोगों से फीडबैक के आधार पर मंडल अध्यक्षों का चुनाव होगा। रायशुमारी के लिए 22, 23 व 24 जनवरी को प्रदेश के सभी 300 मंडलों में पार्टी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी जाएंगे। इसके बाद मंडल अध्यक्षों के चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बराला ने कहा कि 37 विधानसभा क्षेत्रों में हरियाणा भाजपा के नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ को इस संबंध में समन्वयक बनाया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली विस चुनाव में हरियाणा की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी। विधायक अभय चौटाला द्वारा फोन टैपिंग के आरोपों पर बराला ने कहा कि सुर्खियों में बने रहने के लिए ही वह इस प्रकार की ड्रामेबाजी करते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि जो भी ग्राम पंचायत प्रस्ताव पास करके शराब का ठेका बंद करने की सिफारिश करेगी, वहां पर ठेका नहीं खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक 800 ग्राम पंचायतों ने उनके क्षेत्रों में शराब का ठेका न खोलने की सहमति दी है।