जर्मनी के डरूपा प्रतिनिधिमंडल ने किया विश्वविद्यालय का दौरा, औद्योगिक इकाइयों में भी तलाशी संभावनाएं, कुलपति प्रो. अनायत बोले, प्रिंटिंग एवं मीडिया के क्षेत्र में हो सकेंगे अप्रत्याशित शोध
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। जर्मनी के प्रसिद्ध प्रिंट एवं पेपर (डीआरयूपीए) के प्रतिनिधिमंडल ने दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल का दौरा किया व यहां पर मौजूद संभावनाओं और संशाधनों को बारीकी से जाना। यही नहीं, डरूपा के सदस्यों ने यहां की औद्योगिक व व्यापारिक गतिविधियों में प्रिंटिंग की आवश्यकता पर भी शोध किया। विदेशी विशेषज्ञ टीम ने संकेत दिए हैं कि डीसीआरयूएसटी, मुरथल के साथ भविष्य में व्यापक समझौता किया जाएगा, जिसके तहत यहां की प्रतिभाओं को तराशा जाएगा। जर्मनी के प्रिंट प्रमोशन, वीडीएमए व डरूपा 2020 के बोर्ड के सदस्य डा. मार्कस हियरिंग ने डीसीआरयूसटी, मुरथल का दौरा किया। उन्होंने जर्मनी के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट व उद्योगों में डीसीआरयूएसटी के साथ विभिन्न प्रकार के शोध कार्यों की संभावनाओं को तलाशा। जर्मनी की प्रिंट टेक्नोलॉजी की ग्लोबल हेड व डरूपा की निदेशक सबिनी गेल्डमैन व डा. हियरिंग ने कुलपति प्रो. अनायत के सामने डरूपा 2020 को लेकर प्रेजेंटेशन दी। उन्होंने जर्मन इंस्टीट्यूट में शोध और प्रशिक्षण की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। डरूपा 2020 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। डरूपा 2020 विश्व की प्रिंट व मीडिया की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है। डरूपा की टीम में मैसे डूसलडरोफ के मैनेजिंग डायरेक्टर थोमस शचलित शामिल थे। व्याख्यान का मुख्य केंद्र बिंदु भारतीय परिपेक्ष में प्रिंट और मीडिया की उपयोगिता के बारे में था। सबीन ने डरूपा 2020 के बारे में विस्तृत जानकारी दी और टेक्सटाइल प्रिटिंग में डिजिटलाइजेशन के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी बताया कि डरूपा 2020 में बहुत सारी चर्चाएं और व्याख्यान प्रिटिंग के बारे में होंगे। डा. हियरिंग ने डीसीआरयूएसटी का दौरा करने के बाद प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि डीसीआरयूएसटी और जर्मन उद्योगों की भविष्य में शैक्षणिक और शोध कार्यों की भागीदारी में अपना पूरा सहयोग देंगे। जिससे डीसीआरयूएसटी के शिक्षकों व विद्यार्थियों के विकास में सहयोग मिलेगा। नई उच्चाइया छूने में मद्द मिलेगी।
भविष्य में इंडस्ट्री होंगे चार स्तंभ : डा. माकर्स
डा. माकर्स ने कहा कि भविष्य में इंडस्ट्री 4.0 के चार मुख्य संतम्भ होंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कनेक्टिड कस्टमर, प्लेटफार्म इकोनॉमी व सर्कुलर इकोनॉमी। डा. हियरिंग ने कहा कि ये हम सबकी सामुहिक जिम्मेवारी है कि हम पर्यावरण के संरक्षण में अपना संपूर्ण योगदान दें। उन्होंने यह भी कहा कि प्लेट फार्म इकोनॉमी किस तरह से डिजिटल बिजनेश मोड, इंडस्टरियल इंटरनेट ऑफ थिंग का स्वरूप बदलेगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से आएगा उद्योगों में बदलाव
डा. माकर्स ने कहा आईओटी और वेब टू प्रिंट, प्रिंट इंडस्ट्री पर बड़ी छाप छोड़ेगी और आमूल चामूल परिवर्तन लेकर आएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य की सभी उद्योगों में बदलाव लाएगी। डिजिटलाइजेशन एण्ड ऑटोमेशन से हमारे निर्णय लेने में पारदर्शिता आएगी। भविष्य में रोबोट काफी कामों को करेंगे, जिससे धन की बचत होगी। भविष्य में मानव द्वारा किए जा रहे कार्यों को रोबोट बेहतर ढंग से कर पाएंगे।आने वाले दस वर्षों में रिन्यूएबल एनर्जी एक अहम भूमिका निभाएगी।
डरूपा की मदद से नई उच्चाइयों को छुएगी डीसीआरयूएसटी
कुलपति प्रो. राजेन्द्र कुमार अनायत ने इस संबंध में व्यापक संभावनाओं की उम्मीद करते हुए कहा है कि डरूपा का यह दौरा प्रिंटिंग के क्षेत्र में मिल का पत्थर साबित होगा। विवि में अंतरष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को निखारा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि डरूपा की मदद से डीसीआरयूएसटी नई उच्चाइयों को छुएगा।