सिविल इंजीनयरिंग में हुई सर्वे पर वर्कशॉप
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल के कुलपति प्रो.राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि सर्वे सिविल इंजीनियरिंग का आधार है। किसी भी नए प्रोजैक्ट को प्रारंभ करने से पूर्व सर्वे किया जाता है,ताकि कम समय में ज्यादा निर्माण कार्य किया जा सके। डीसीआरयूएसटी, मुरथल के सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा एक सप्ताह की वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप में 100 विद्यार्थियों ने भाग लिया। कुलपति प्रो. अनायत ने कहा कि सर्वे की नवीनतम तकनीक के माध्यम से हम पर्वतीय स्थलों पर भी अच्छे निर्माण कार्य कर सकते हैं। सर्वे के माध्यम से हम अधिक से अधिक संसाधनों का सदुपयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप के माध्यम से विद्यार्थियों को नवीनतम तकनीक की जानकारी मिलती है। प्रो. अनायत ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि वर्कशॉप का विद्यार्थियों को निश्चित तौर पर लाभ होगा। विभागाध्यक्ष प्रो. डी. सिंहल ने कहा कि भवन, पुल, पाइपलाइन व राजमार्ग के निर्माण में सिविल इंजीनियर द्वारा सबसे पहले सर्वे किया जाता है ताकि वेस्टेज से बचा जा सके। सर्वे के दौरान दिशाएं, क्षितिज दूरी व उन्नयन कोणों को मापकर किया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्कशॉप में वर्कशॉप में अल्टेरा शॉल्यूशन एप्लिकेशन के असिस्टेंट मैनेजर अंबरीश शुक्ला व सीनियर इंजीनियर रवि कुमार आदि ने डिजिटल लवल, जीपीएस, टोटल स्टेशन व सर्वे के साफ्टवेयर के बारे में विशेषज्ञ तौर पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। वर्कशॉप के कोर्डीनेटर सचिनदास व सौरभ जागलान थे। इस अवसर पर डा. ज्ञानेंद्र सिंह, सुनीता, पंकज अग्रवालडा. प्रवीण जांगड़ा आदि उपस्थित थे।
डीसीआरयूएसटी की सेमेस्टर परीक्षाएं 10 दिसंबर से प्रारंभ होंगी
20 हजार से अधिक विद्यार्थी देंगे परीक्षाएं, डीसीआरयूएसटी ने बनाए 21 परीक्षा केंद्र
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत।< दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मुरथल की सेमेस्टर की परीक्षाएं 10 दिसंबर से प्रारंभ हो जाएंगी। विश्वविद्यालय ने 19 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। सेमेस्टर परीक्षाओं में 20 हजार से अधिक विद्यार्थी परीक्षा देंगे। कुलपति प्रो. राजेंद्र कुमार अनायत ने कहा कि परीक्षा योग्यता की परख का उत्तम साधन है। परीक्षा स्वयं का मूल्यांकन करने का आधार होती हैं। परीक्षाएं हमें हमारी कमियों और ताकत के बारे में बताती हैं। परीक्षाएं एक ऐसे मित्र की तरह होती हैं, जो हमें सच्चाई का आइना दिखातीहैं। उन्होंने सेमेस्टर परीक्षाएं देने वाले विद्यार्थियों को शुभकामना देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. एमएस धनखड़ ने बताया कि सेमेस्टर परीक्षाएं 10 दिसंबर से प्रारंभ होकर 3 जनवरी तक चलेंगी। परीक्षाओं के सफल संचालन के लिए विश्वविद्यालय ने कुल 21 परीक्षा केंद्र बनाए हैं, जिनमें से 13 परीक्षा केंद्र विश्वविद्यालय में हैं,जबकि 8 परीक्षा केंद्र संबंद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में बनाए गए हैं। स्नाताकोत्तर परीक्षाओं के लिए एक परीक्षा केंद्र अबकि बार विश्वविद्यालय से बाहर बनाया गया है। प्रो. धनखड़ ने कहा कि सेमेस्टर परीक्षाओं में 20 हजार से अधिक विद्यार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षाओं के नकल रहित सफल संचालन के लिए विश्वविद्यालय द्वारा फ्लाइंग स्कवायड का गठन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों में केंद्र अधीक्षक व उपाधीक्षक विश्वविद्यालय से लगाए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रो.धनखड़ ने कहा कि बीटेक, बीबीए, बीसीए, बीआर्क, एमटेक, एमआर्क, एम प्लान, एमएससी, एमबीए, एमसीए, एमएचए, प्री पीएचडी कोर्स वर्क, डुअल डीग्री की ऑड सेमेस्टर व फाइनल ईयर की मैन एवं री अपीयर की परीक्षाएं होंगी। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं के जल्द परिणाम घोषित करने के लिए विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा ने कुल 16 मूल्याकंन केंद्र बनाए हैं, जिनमें से 13 मू्ल्याकंन केंद्र विश्वविद्यालय में बनाए गए हैं,जबकि 3 मूल्याकंन केंद्र विश्वविद्यालय से बाहर संबंद्ध कालेजों में बनाए गए हैं। परीक्षा नियंत्रक प्रो.धनखड़ ने कहा कि परीक्षा के समाप्त होने पर 40 दिन के अंदर ही परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे,जबकि फाइनल री अपीयर की परीक्षा का परिणाम परीक्षा की समाप्ति के मात्र 15 दिन बाद घोषित कर दिया जाएगा।