हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया
अशोक छाबड़ा, चंडीगढ़।< संविधान अंगीकार किए जाने की 70वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया। जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपने-अपने विचार रखे। साथ ही नलवा से भाजपा विधायक रणबीर गंगवा को सर्वसम्मति से डिप्टी स्पीकर नियुक्त किया गया। विशेष सत्र के लिए खास तौर पर विधानसभा के अंदर और बाहर विशेष साज-सज्जा की गई। संविधान पर चर्चा के साथ ही सत्र में सरकार कुछ अहम विधेयक भी पारित किए गए। हालांकि, इस पर अभी तस्वीर साफ नहीं हो पाई है, कि कितने संशोधन विधेयक पारित कराने के लिए सदन पटल पर रखे गए। शुरूआत में बीते सत्र और इस सत्र के बीच दिवंगतों की याद में शोक प्रस्ताव पढ़े गए और दो मिनट का मौन रखा गया। सीएम मनोहर लाल, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल, स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता व इनेलो नेता अभय चौटाला शोक प्रस्ताव पढ़े। इसके बाद विधायी कार्य संपन्न कराने के लिए सदन पटल पर कागज पत्र रखे गए। विऊर संविधान को अंगीकार किए जाने की 70वीं वर्षगांठ के स्मरण में संकल्प पत्र पारित किया गया। संकल्प पत्र पर विधानसभा में विस्तार से चर्चा हुई। सरकार की ओर से सदन के नेता सीएम मनोहर लाल और विपक्ष की ओर से पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा समेत अनेक विधायक इस पर अपने विचार रखे।
विशाल हरियाणा की बात कर निशाने पर आए हुड्डा
विशेष सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा विशाल हरियाणा का मुद्दा उठाकर घिर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने उनको इसके लिए निशाने पर ले लिया। हुड्डा ने विधानसभा में कहा कि विशाल हरियाणा बनाया जाए और दिल्ली इसकी राजधानी हो। इसके बाद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हुड्डा ने विशाल हरियाणा की बात कर चंडीगढ पर राज्य के दावे को कमजोर किया है। नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित हरियाणा विधानसभा के विशेष सत्र में नया मुद्दा उठा दिया। हुड्डा ने कहा कि विशाल हरियाणा संविधान निर्माताओं का सपना था और अब इसे पूरा करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि विशाल हरियाणा में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों को शामिल किया जाए और दिल्ली को इस महा प्रदेश की राजधानी बनाया जाए। इसके बाद राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने विशाल हरियाणा का मुद्दा भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर साधा निशाना साधा। विज ने कहा कि हुड्डा ने विशाल हरियाणा की बात करके राजधानी चंडीगढ़ पर हरियाणा के दावे को कमजोर किया है। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि कांग्रेस ने हरियाणा के लिए चंडीगढ़ पर दावा छोड़ दिया है। यह कांग्रेस की असलियत को स्पष्ट करता है। विज ने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा के रोहतक के नज़दीक दिल्ली है इसलिए वह दिल्ली को राजधानी बनाने की बात कर रहें हैं। बता दें कि विज पहले भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर हमले करते रहे हैं। उन्होंने कई बार अपने बयानों और ट्वीट कर हुड्डा पर निशाना साधा है।
विशेष सत्र में महाराष्ट्र पर हंगामा
विधानसभा में महाराष्ट्र के सियासी संकट को लेकर हंगामा हुआ। इस पर भाजपा और कांग्रेस के विधायकों में जमकर नोंक-झोंक हुई। कांग्रेस विधायकों ने भाजपा पर निशान साधा और लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। इस पर भाजपा के सदस्यों ने उनको पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा उठाए गए कदमों और आपातकाल की याद दिलाई। दोनों पक्षों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक किरण चौधरी ने कहा कि महाराष्ट्र मामले को उठाकर भाजपा को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जो कुछ किया गया है वह लोकतंत्र की हत्या है। इससे पहले गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड में भी लोकतंत्र की हत्या की गई थी। किरण चौधरी ने कहा कि महाराष्ट्र के मामले में राज्यपाल ने केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी को खुश करने के लिए लोकतंत्र की हत्या की। इस पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा देश में इमरजेंसी लगाए जाने की याद दिलाते हुए पलटवार किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नहीं भूलना चाहिए कि अतीत में किस तरह देवीलाल को सर्वाधिक विधायकों का समर्थन होने के बावजूद भजनलाल को मुख्यमंत्री बना दिया गया था। कांग्रेस कोई पाक साफ नहीं है।