अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में होगी 15 देशों की भागेदारी, 3 से 8 दिसम्बर तक होंगे मुख्य कार्यक्रम, गीता यज्ञ और पूजन ने शुरू होगा महोत्सव, ब्रह्मसरोवर पर होंगे लघु भारत के दर्शन, वैश्विक गीता पाठ में 8 दिसम्बर को 18 हजार विद्यार्थियों के साथ 3 हजार लोग एक स्थान पर एक साथ करेंगे विश्व शांति एवं समरसता के लिए अष्टादशी श्लोकी गीता पाठ, 8 दिसम्बर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पहुंचेंगे समापन समारोह में, महोत्सव में शिरकत करेंगे भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल व उतराखंड की राज्यपाल <
कुरुक्षेत्र। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विश्व में धर्मनगरी क्षेत्र कुरुक्षेत्र दिव्य, अध्यात्म, शोध, पर्यटन व संस्कृति केंद्र के रूप में विख्यात होगा। इसके लिए राज्य सरकार हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले को विश्व पटल पर लाने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है और आने वाले समय में कुरुक्षेत्र हरियाणा का ही नहीं देश में सबसे आकर्षण के केंद्र के रूप में विख्यात होगा। अहम पहलू यह है कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का गीतामयी संदेश विश्व के कोने-कोने तक पहुंचेंगा। इस संदेश को विश्व के हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रचार-प्रसार के तमाम माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल में हरियाणा निवास चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 23 नवम्बर से शुरू हुए और 10 दिसम्बर तक चलने वाले शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों और हरियाणा के सभी जिलों से शिल्पकार पहुंच चुके हैं तथा 3 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक मुख्य कार्यक्रमों में सुप्रसिद्ध कलाकार गुरदासमान, दिलेर मेंहदी, कुमार विश्वास, सतिन्द्र सरताज, अभिजीत भट्टाचार्य व प्रसिद्ध अभिनेत्री अमिषा पटेल अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहली बार सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी महाराज के 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष पर आईएनबी की तरफ एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा और इसरो डीआरडीओ की तरफ से भी 3 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इतना ही नहीं पार्टनर राज्य उतराखंड की तरफ से भी एक विशेष प्रदर्शनी के माध्यम से उतराखंड की विकास गाथा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 8 दिसम्बर को समापन समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शिरकत करेंगे जबकि 7 दिसम्बर को केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल महोत्सव में भागेदारी करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा व उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत व राज्यपाल देवी रानी सहित अन्य मंत्रीगण हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव देश और दुनिया में पहुंच सके और कुरुक्षेत्र का नाम पूरे विश्व में चमक सके, इसके प्रयास सरकार लगातार किए जा रहे हैं और पिछले चार सालों से इस महोत्सव का स्वरूप काफी बढ़ा है। गीता महोत्सव में जहां पिछले वर्ष 40 लाख पर्यटकों ने शिरकत की थी, इस वर्ष भी लाखों पर्यटकों की पहुंचने की संभावना है। इसके लिए सरकार और प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए है। महोत्सव में 3 से 8 दिसम्बर तक ब्रह्मसरोवर पर लाईट एंड सांउड शो और वाटर स्पोर्टस का भी आयोजन किया जाएगा। महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय अवार्डी हस्तशिल्प व देश के सम्मानित हस्तशिल्पी के द्वारा प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है। 7 दिसम्बर को देश विदेश के प्रख्यात संतों का एक सम्मेलन मुख्य पंडाल में किया जाएगा। 3 से 8 दिसम्बर तक हरियाणा की संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि का हरियाणा पवैलियन में भव्य प्रदर्शन रहेगा। उत्तराखंड एक पार्टनर राज्य के रूप में भाग ले रहा है। इस प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को भी ब्रह्मसरोवर पर देखने का अवसर मिलेगा। इस महोत्सव के दौरान भारत वर्ष 200 प्रमुख चित्रकार पेंट द वॉल प्रतियोगिता के माध्यम से कुरुक्षेत्र की दीवारों पर महाभारत थीम पर पेंटिंग करेंगे, गीता पुस्तक मेले में इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, जीओ गीता व अन्य अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थाएं भी भाग लेंगी। समापन समारोह में वैश्विक गीता पाठ में 8 दिसम्बर को 18 हजार विद्यार्थियों के साथ 3 हजार लोग एक स्थान पर एक साथ विश्व शांति एवं समरसता के लिए अष्टादशी श्लोकी गीता पाठ करेंगे। उन्होंने कहा कि 10 सालों के बाद कुरुक्षेत्र में 26 दिसम्बर को सूर्य ग्रहण मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में भी लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसके लिए सरकार हर प्रकार के पुख्ता इंतजाम करेगी। इस मौके पर हरियाणा के खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सुधा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, राज्यपाल के सचिव एवं केडीबी के सदस्य सचिव विजय दहिया, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीरपाल सरों, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, उपायुक्त डॉ.एसएस फुलिया, सीईओ केडीबी एवं संयुक्त निदेशक गगनदीप सिंह, केडीबी सदस्य सौरव चौधरी, रवींद्र सांगवान, राजेंद्र पराशर, उपेंद्र सिंघल सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
गुरदास मान रहेंगे महोत्सव के मुख्य आकर्षण का केन्द्र
एनजैडसीसी की तरफ से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्र्रमों के लिए 3 दिसम्बर 2019 के लिए प्रसिद्ध कलाकार गुरदास मान, 4 दिसम्बर को अमिषा पटेल, 5 दिसम्बर को दिलेर मेंहदी, 6 दिसम्बर को कुमार विश्वास व गजेन्द्र सोलंकी, 7 दिसम्बर को अभिजीत भट्टाचार्य और 8 दिसम्बर को सतिन्द्र सरताज का नाम फाईनल किया गया है। इन तमाम कार्यक्रमों का आयोजन तिरूपति बालाजी मन्दिर के पास मेला ग्राउंड में भव्य पंडाल में किया जाएगा। पर्यटकों और युवाओं के लिए ज्ञानवर्धक साबित होगी इसरो की प्रदर्शनी गीता महोत्सव में इसरो की प्रदर्शनी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। यह प्रदर्शनी 3 से 8 दिसम्बर तक पुरुषोतमपुरा बाग में लगाई जाएगी और इस प्रदर्शनी से पर्यटकों और युवाओं के ज्ञान में इजाफा होगा। गीता महोत्सव में पहली बार इसरो द्वारा स्पेस स्टल और अन्य वैज्ञानिक पहलुओं को लेकर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस प्रदर्शनी में स्पेस स्टल को लेकर आडियो-वीडियो प्रदर्शनी लगाई जाएगी, इस प्रदर्शनी के लिए बकायदा पैनल लगाए जाएंगे। केडीबी की तरफ से इस प्रदर्शनी के लिए हर सम्भव सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
आईटम बनाना चाहे वह बना सकते<
कुरुक्षेत्र। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2019 के अंतर्गत ब्रहमसरोवर के तट पर लगे शिल्प मेले में विभिन्न प्रदेशों से आए लोग जमकर खरीददारी कर रहे है। स्टाल नम्बर 167 पर रंग-बिरंगे कुर्ते, पायजमे, लेडिज सूट, लैगिंग, जैकेट तथा खादी से बने बच्चों के पठानी सूट पर्यटकों को खूब भा रहे है। स्टाल के इंचार्ज समीर ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से है और हर बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में आते है तथा स्वयं हाथों से बने कुर्ते बेचते है। उन्होंने बताया कि यह उनका पारिवारिक काम है, इस बार महोत्सव में उनके अलावा 3 सदस्य ओर है, जिनमें मनीष, अमन और नाजिम शामिल है। समीर ने बताया कि उनकी स्टाल पर 200 रुपए से लेकर 600 रुपए तक का समान है, वह पहली बार बच्चों के पठानी सूट विशेष तौर पर बेचने के लिए लाए है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले धागे को चरखे पर चलाकर नली में भरकर खड्डी में लगाते है, इससे खादी का कपड़ा बनता है तथा फिर जो भी आईटम बनाना चाहे वह बना सकते है। स्टाल से कोई भी आईटम खरीदेंगे तो उसका कलर बिल्कुल नहीं निकलेंगा। स्टाल पर पहुंची अनामिका ने बताया कि ऐसे कुर्ते अधिकतर कुल्लू मनाली में मिलते है और डिजाईन भी इस स्टाल पर नए है। समीर ने बताया कि कुरुक्षेत्र के अलावा वह फरीदाबाद, यमुनानगर, कैथल, दिल्ली, राजस्थान सहित कई जगह अपना समान बेचने के लिए जाते है। आप भी स्टाल नम्बर 167 पर आए और एक बार जरुर रंग-बिरंगे कुर्ते, पायजमे, लेडिज सूट, लैगिंग, जैकेट तथा खादी से बने बच्चों के पठानी सूट देखें, अगर पसंद आए तो खरीददारी भी जरुर करे।