पार्टी बारीकी से सीटें कम मिलने पर मंथन करेगी, कारणों की जांच होगी,इसके बाद गाज गिरेगी
अशोक छाबड़ा , जींद। हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद संख्या बल के कारण भारतीय जनता पार्टी के सामने खड़ी हुई जननायक जनता पार्टी से गठबंधन की मजबूरी से फिलहाल उन लोगों को राहत मिली हुई है,जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है। मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद भाजपा परिणाम की विस्तृत समीक्षा करेगी। पहले बारीकी से जांच होगी। इसके बाद उन लोगों पर आंच आएगी,जिन्होंने भितरघात किया है। कांग्रेस भी इसी तरह की तैयारी में जुटी है। सूत्रों के मुताबिक,भाजपा की तरह कांग्रेस भी चुनाव परिणाम की समीक्षा करेगी और भितरघात करने वालों पर कार्रवाई करेगी। सूत्रों के अनुसार,शपथ ग्रहण के तुरंत बाद पार्टी बारीकी से सीटें कम मिलने पर मंथन करेगी। पार्टी के सामने कई अहम सवाल है। इनमें से एक यह है कि भाजपा की दक्षिण हरियाणा में चली लहर जाट बेल्ट में घुसते ही क्यों ठहर गई। कई जिलों में भाजपा की आंधी चली,जबकि कुछ जिलों में हवा का झोंका तक नहीं आया। इन तमाम सवालों को लेकर पार्टी की ओर से एक-एक सीट की बारीकी से समीक्षा होगी। पहले हर कोण से पिछडऩे के कारणों की जांच होगी। इसके बाद उन पर गाज गिरेगी, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया है। सूत्रों के अनुसार पार्टी पहले विधानसभा प्रभारियों व चुनाव लडऩे वाले उम्मीदवारों की रिपोर्ट पर मंथन करेगी। इसके बाद मुख्यमंत्री,प्रदेशाध्यक्ष व संगठन मंत्री मिलकर प्रदेश स्तर पर मिलने वाले फीडबैक को अंतिम रूप देंगे और एक रिपोर्ट हाईकमान को सौंपी जाएगी। संबंधित सांसदों व संबंधित विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी फीडबैक लिया जाएगा।
दक्षिण में बढ़ी भाजपा की ताकत<
प्रदेश के दूसरे हिस्सों की तुलना में दक्षिण हरियाणा में भाजपा की ताकत पहले से बढ़ी है। यहां के छह जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, फरीदाबाद, पलवल,गुरुग्राम व नूंह की 23 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने इस बार 15 सीटों पर जीत दर्ज की है,जबकि दो सीटें निर्दलीयों के खाते मे गई है। कांग्रेस को इन 23 सीटों में से केवल छह सीटें मिली है। हालांकि पिछली बार दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र में शामिल गुरुग्राम, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिले की सभी 11 सीटों पर भाजपा अपना कब्जा बरकरार नहीं रख पाई तथा तीनों जिले की एक-एक सीट गंवा दी, परंतु पलवल जिले की तीनों व फरीदाबाद जिले की छह में से 4 सीट जीतकर भाजपा ने यह साबित किया है कि इस बार भी दक्षिण हरियाणा के छह में से पांच जिलों में उसकी आंधी चली है। मेवात के नूंह जिले में बेशक भाजपा को एक भी सीट नसीब नहीं हुई,परंतु मत प्रतिशत में भारी इजाफा करके भाजपा ने मुस्लिम समुदाय के बीच अपनी स्वीकार्यता को साबित कर दिया। जाकिर हुसैन जैसे बड़े नेता आज अगर भाजपा के साथ हैं तो इसके मायने अहम हैं।