सर्वे संकेत के बाद अब प्रदेश में संघ मैदान में उतरा, 75 पार पर संकट, भाजपा की मदद को संभाला मोर्चा, आरएसएस मुख्यालय तक पहुंची ग्रांउड जीरो की रिपोर्ट, आज से प्रदेश के सभी हलकों में बैठकें शुरू करेंगे संघ नेता, सीएम से कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने, शतप्रतिशत मतदान का लक्ष्य
अशोक छाबड़ा, जींद। हरियाणा में चुनाव से पहले सरकार द्वारा करवाए गए आंतरिक सर्वे में मिले संकेत के बाद अब प्रदेश में भाजपा का मिशन-75 पार का सपना साकार करने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ मैदान में उतर गया है। आरएसएस अब भाजपा के लिए न केवल जमीन मजबूत करेगा, बल्कि संघ कार्यकर्ता प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बैठकों का आयोजन करके भाजपा की राह को आसान करेंगे। विधानसभा चुनाव के लिए इस बार भाजपा ने दोबारा सत्ता हासिल करने के साथ-साथ मिशन 75 पार का लक्ष्य रखा हुआ है। हरियाणा भाजपा के नेता मंच से भले ही बड़े-बड़े दावे करते रहें, लेकिन ग्रांउड जीरो पर भाजपा की जमीन लगातार खिसक रही है। एबीसी व गंगा एडवरटाइजिंग द्वारा किए गए सर्वे में भी भाजपा को 60 से 64 सीटें मिलने का दावा किया गया था। इस सर्वे के बाद सतर्क हुए हरियाणा भाजपा के नेताओं ने हाईकमान को ग्रांउड जीरो की रिपोर्ट से अवगत करवाया। यह मामला भाजपा की ‘मदर ऑर्गेनाइजेशन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्यालय भी पहुंचा। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आरएसएस से होने के चलते संघ पहले से ही हरियाणा में सक्रिय है, लेकिन सर्वे में भाजपा का मिशन 75 पार का सपना पूरा न होने के संकेत के बाद आरएसएस पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। जिसके चलते मंगलवार से संघ के नेताओं ने हरियाणा में अपनी गतिविधियों को बढ़ा दिया है। संघ प्रचारक विजय भाटिया, प्रांतीय संघ चालक पवन जिंदल, व्यवस्था प्रमुख रविंद्र सक्सेना, प्रांतीय प्रचार प्रमुख राजेश गोयल समेत संघ के तमाम बड़े नेताओं ने हरियाणा में प्रवास कार्यक्रम तय करके उन्हें अमली रूप देना शुरू कर दिया है। संघ के प्रांत कार्यवाह सुभाष आहूजा द्वारा इस संबंध में सभी नेताओं को जारी पत्र में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव में अपने संघ विचार परिवार के सभी स्वयं सेवक हमेशा की तरह राष्ट्रभक्त व जिम्मेदार नागरिक की अपनी लोकतांत्रिक भूमिका का निर्वहन करें। जिसके चलते प्रदेश के सभी नगरों व खंडों में आगामी दो-तीन दिनों के भीतर बड़ी-बड़ी बैठकें करने की योजना है। इन बैठकों में लोगों को शत-प्रतिशत मतदान, जलपान से पूर्व मतदान करने के लिए प्रेरित करने के अलावा जाति-पाति व अन्य निजी/स्थानीय छोटे विषयों से उपर उठकर समाज व राष्ट्र के हित में व्यापक मतदान करने के लिए ग्रांउड तैयार करेंगे। पत्र में कहा गया है कि संघ के जिला कार्यवाह के दिशा-निर्देश पर इन बैठकों की कार्य योजना तैयार करके तत्काल प्रभाव से बैठकों का आयोजन किया जाए। इसके अलावा संघ ने माइक्रो मैनेजमेंट की तरफ ध्यान देते हुए यह भी साफ कर दिया है कि बैठक के आयोजन, रचना आदि की जिम्मेदारी विभाग कार्यवाह की होगी। इसके अलावा संघ द्वारा प्रांतीय नेताओं को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि वह ग्रांउड जीरो पर काम करते हुए संघ के उन नेताओं के साथ भी संपर्क करें जो मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे हैं।
संघ मुख्यालय ने सीएम को भी जारी किए निर्देश
राष्ट्रीय स्वयं संघ ने चुनाव के दौरान माइक्रो मैनेजमेंट की जिम्मेदारी अपने पास लेते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं। संघ के प्रांतीय नेता फील्ड में उतरकर उन नेताओं अथवा कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे जो किन्ही कारणों से सरकार अथवा मुख्यमंत्री से नाराज चल रहे हैं। संघ नेताओं द्वारा समय के अभाव के चलते नाराज कार्यकर्ताओं को मनाकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से या तो उनकी बात करवाई जाएगी अथवा निकटवर्ती कार्यक्रम स्थल पर ले जाकर उनकी मुलाकात करवाई जाएगी। इस पूरी एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य भाजपा को मिशन-75 में कामयाबी दिलाना है जिसका जिम्मा अब संघ ने उठा लिया है।
पहली बार संघ ने ही चढ़ाया था सत्ता की सीढ़ी
हरियाणा में पिछले चुनाव में भी भाजपा को सत्ता की सीढ़ी तक पहुंचाने में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की भूमिका अहम रही थी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संघ में रहते हुए लंबे समय तक हरियाणा में भाजपा की जड़ों को मजबूत किया था। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी अंतिम चार दिनों तक आरएसएस के नेताओं ने हरियाणा में प्रवास करके धरातल पर काम करते हुए भाजपा को पहली बार सत्ता हासिल करने में अहम भूमिका निभाई थी।