वासना की लहर जीवन में जहर पैदा करती है : जैन
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। वीरवार को 10 लक्षण पर्व के दसवें और अंतिम दिन उत्तम ब्रह्मचर्य के रूप में श्री दिगंबर जैन मंदिर मंडी सोनीपत में महिला जैन मिलन सोनीपत द्वारा कर्म दहन विधान करके मनाया गया। इस अवसर पर विधानाचार्य संजय जैन शास्त्री टीकमगढ़ ने बताया कि वासना की लहर जीवन में जहर पैदा करती है। मनुष्य को ब्रह्मचर्य धर्म का पालन करना चाहिए। जितने भी महापुरुष हुए हैं सभी ने इस धर्म का पालन किया और संसार से मुक्त हुए। इस अवसर पर महिला जैन मिलन की मंत्री अनीता जैन पटौदी ने बताया कि महिला जैन मिलन सोनीपत समय-समय पर सामाजिक धार्मिक कार्य करती रहती है। उसी श्रृंखला में आज उत्तम ब्रह्मचर्य के दिन हमने कर्म दहन विधान का आयोजन किया। विमल प्रसाद जैन ने बताया कि आज देवाधिदेव 1008 श्री वासुपूज्य भगवानजी का मोक्ष कल्याणक भी है। इस अवसर पर राकेश जैन, सरिता जैन, अरिहंत जैन ने सपरिवार भगवान को 12 किलो का लाडू समर्पित किया। मुकेश जैन ने बताया कि भगवान वासुपूज्य जी चंपापुर के मंदारगिरी सिद्ध क्षेत्र से मोक्ष पधारे। वे एकमात्र जैन धर्म के ऐसे 12 तीर्थंकर हैं, जिनके पांचों कल्याणाक एक ही स्थान पर हुए। इस अवसर पर दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष जगदीश जैन ने कोषाध्यक्ष राजीव जैन ने कहा कि आज समाज में फैली हुई कुरीतियां ब्रह्मचर्य व्रत के द्वारा ही दूर हो सकती हैं। कुसुम जैन, सुभाष जैन द्वारा सभी का सम्मान भी किया गया। आज की सभा में विमल प्रसाद जैन, कैलाश चंद जैन, राकेश जैन, मधु जैन, सरिता जैन, सुनीता जैन, कुसुम जैन इत्यादि उपस्थित थे।