रोडवेज कर्मियों ने बसों के निजीकरण को लेकर किया प्रदर्शन
राजेंद्र कुमार, सिरसा। प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा 510 प्राइवेट बसों का टेंडर देने के विरोध में हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के आह्वान पर सिरसा डिपो में बुधवार को रोड़वेज कर्मियों ने रोष प्रदर्शन किया गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व दलबीर सिंह किरमारा,सरबत पूनियां, मदनलाल खोथ व रामकुमार चुरनियां ने सयुंक्त तौर पर किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि रोडवेज कर्मचारियों पर आए दिन हो रहे हमले बंद करने व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही व अन्य जनहित्तैषी मांगों को लेकर आम जनता के बीच में सरकार की जन विरोधी नीतियों को लेकर जाना है। तालमेल कमेटी नेताओं ने कहा कि सरकार की नीयत व नीति सही है तो किलोमीटर स्कीम के तहत प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का इरादा छोड़ कर विभाग में बढ़ती आबादी अनुसार 14 हजार सरकारी बसें शामिल करें, ताकि आम जनता व छात्र-छात्राओं को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा मिलने के साथ 84 हजार बेरोजगारों को स्थाई रोजगार मिल सकें। जिला प्रधान मदन लाल खोथ ने बताया कि किलोमीटर स्कीम के तहत प्राइवेट बसें ठेके पर लेने का निर्णय रद्द करने, किलोमीटर स्कीम की जांच विजिलेंस की बजाय हाईकोर्ट के सीटिंग जज व सीबीआई से करवाने, भ्रष्टाचार में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने, विभाग में सरकारी बसें बढ़ाने, निजीकरण व ठेका प्रथा बंद करने, पुरानी पैंशन स्कीम लागू करने, ओवरटाइम बंद करने के नाम पर कर्मचारियों का शोषण बंद करने को लेकर कर्मचारी काफी समय प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ-साथ वेतन विसंगतियां दूर करके सभी भत्तों में बढ़ौतरी करने, सभी कर्मचारियों को 5000 रुपए जोखिम भत्ता देने, तीन वर्ष के बकाया बोनस का भुगतान स्थाई नीति बनाकर एक माह के वेतन के बराबर देने, जनवरी 2016 से एरियर सहित वेतन का भुगतान करने, कर्मचारियों के रूके हुए लाभ देने, कर्मशाला के शेष बचे कर्मचारियों को तकनीकी वेतनमान देने, बकाया राशि का भुगतान करने, तालमेल कमेटी के सुझाव अनुसार तबादला नीति में संशोधन करने, 2003 से पहले भर्ती कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने, 2016 में ठेके पर भर्ती चालकों को पक्का करने, कोर्ट के निर्णय तक चालक को सजा नहीं देने, 16 जून 2017 के पत्र अनुसार वर्ष 2008 में भर्ती चालकों-परिचालकों को एक वार्षिक वेतन वृद्धि देने, कर्मचारियों को पैंशन, मेडिकल भत्ता, मेडिकल बिलों का भुगतान, परिचालकों का ग्रेड पे 1900 से बढ़ाकर 2400 करने, पंजाब के समान वेतनमान की मांगें भी लंबित हैं।