चावल के टुकड़ों, मक्का और आलू की फसल से भी बनाया जाएगा इथनॉल : ग्रोवर
सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर, राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी व शुगर फैड के चेयरमैन हरपाल सिंह ने भूमि पूजन कर 60 केएलपीडी इथनॉल प्लांट के निर्माण कार्य का किया शुभारम्भ, इथनॉल प्लांट पर खर्च होगा 99 करोड़ रुपए, डेढ़ साल में प्रोजैक्ट को पूरा करने का लक्ष्य किया निर्धारित
शाहबाद । हरियाणा के सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि शाहबाद शुगर मिल में 8 लाख क्विंटल शीरे इथनॉल तैयार किया जाएगा। इस प्लांट में आने वाले समय में चावल के टुकड़े, मक्का व आलू की फसल से भी इथनॉल बनाने की योजना है। इस प्लांट से किसानों को प्रत्यक्ष रुप से वित्तिय लाभ होगा और इस इथनॉल प्लांट के अंदर स्प्रिट बनाने का प्रावधान भी रखा गया है। इस प्रोजैक्ट पर सरकार की तरफ से 99 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे और इस प्रोजैक्ट को डेढ़ साल में पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है। राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर मंगलवार को द शाहबाद सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर, हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी, शुगर फैड हरियाणा के चेयरमैन हरपाल सिंह चीका, शुगर मिल के एमडी सुशील कुमार ने मंत्रौच्चारण के बीच भूमि पूजन कर 99 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 60 केएलपीडी क्षमता के इथनॉल प्लांट के निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दौगुना करने का जो लक्ष्य निर्धारित किया है, यह इथनॉल प्लांट शाहबाद व आसपास के क्षेत्र की आय को दौगुना करने का काम करेगा। इस प्लांट को स्थापित करने की घोषणा 24 जून 2017 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी। इस घोषणा के बाद अब इस प्लांट के निर्माण कार्य का शुभारम्भ कर दिया गया है और डेढ साल में इस प्रोजैक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जो भी घोषणाएं की उन्हें धरातल पर लाने का काम किया है और 5 सालों में हरियाणा की सभी 10 शुगर मिलों की क्षमता बढ़ाने और नवीनीकरण करने का काम किया है। इस प्रोजैक्ट के लगने से जहां शुगर मिल का घाटा पूरा होगा, वहीं आने वाले समय में करोड़ों रुपए के मुनाफे में भी मिल को लाने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि शाहबाद सहकारी चीनी मिल की स्थापना वर्ष 1984-85 में 1250 टीसीडी के साथ की गई थी, जिसे वर्ष 1995-96 में बढ़ाकर 3500 टीसीडी कर दिया गया था एवं वर्ष 2009-10 में 24 एमडब्लयू सीओ-जीईएन प्लांट लगाते हुए मिल की क्षमता 5000 टीसीडी कर दी गई थी। मिल क्षेत्र के किसान भाईयो के सहयोग एवं मिल कर्मचारियों की मेहनत एवं लगन के चलते मिल को अब तक विभिन्नी कार्यशैलियों में राष्टï्रीय स्तर पर 31 पुरस्कार प्राप्त हो चुके है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने किसानों एवं शुगर मिलों की बेहतरी के निए इथनॉल को बढ़ावा देने के लिए इथनॉल की कीमतों में इजाफा किया गया जिसमें, बी-हैवी मोलासेस वाले इथनॉल की कीमत 54.27 रुपए प्रति लिटर, सी-हैवी मोलासेस वाले इथनॉल की कीमत 43.75 रुपए प्रति लिटर व गन्ने के रस से सीधे बनने वाले इथनॉल की कीमत 59.48 रुपए प्रति लिटर तय की गई है, इसके साथ-साथ जीएसटी और परिवहन शुल्क भी देय होंगे। कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए केन्द्र सरकार ने इथनॉल की कीमतों में बढौतरी की है। इस वृद्घि से चीनी मिलों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। इथनॉल उत्पादन से चीनी अधिशेष को कम करने में भी मदद मिलेगी। भारत सरकार का 2030 तक पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथनॉल मिश्रित करने का लक्ष्य है। राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री की घोषणा अनुसार शुगर मिल में 99 करोड़ रुपए से 66 केएलपीडी इथनॉल प्लांट लगाने की परियोजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया गया है, जिसके चलते यह प्लांट मिल कि वित्तिय लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक सिद्घ होगा। इस प्लांट में लगने वाले इथनॉल प्लांट में 8 लाख क्विंटल शीरे से, जिसमें से 4.50 लाख क्विंटल शीरा शाहबाद चीनी मिल के पास उपलब्ध है तथा शेष 3.50 लाख क्विंटल शीरा हरियाणा की अन्य सहकारी चीनी मिलों से खरीदा जाएगा, जिससे 1.80 करोड़ लिटर इथनॉल बनाया जाएगा, जिसे भारत सरकार के उपक्रम इंडियन ऑयल कारपोरेशन को बेचा जाएगा। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा दिए जा रहे विभिन्न अनुदान एवं सहयोग के चलते प्लांट की पूरी लागत 3.5 वर्ष में रिकवर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि चीनी उद्योग आर्थिक तंगी से जूझ रहा है ओर इसे संकट से बाहर निकालने के लिए सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है। सरकार ने चीनी उद्योग को इथनॉल की कीमतों में इजाफा कर के बड़ी राहत दी है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार ने शाहबाद में स्थापित होने वाले 60 केएलपीडी प्लांट को 6 प्रतिशत की ब्याज सबसीडी देने के लिए चयन किया है, जिससे मिल को 15 करोड़ का अतिरिक्त वित्तिय लाभ होगा। इथनॉल का उत्पादन चीनी मिलों की वित्तिय स्थिति में सुधार करने और गन्ना बकाया को दूर करने में मदद करेगा। एमडी शुगर मिल सुशील कुमार ने मेहमानों का स्वागत करते हुए और शाहबाद शुगर मिल की प्रगति तथा प्लांट पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस मौके पर एसडीएम राजीव प्रसाद, निदेशक अमोलक राम, निदेशक हरजीत सिंह, निदेशक जशमेर सिंह, निदेशक करन सिंह, निदेशक पुष्कर राज, निदेशक राजिन्द्र सिंह, निदेशक राज बाला, निदेशक सतबीर सिंह, निदेशक शशी बाला, चीफ इंजीनियर सुभाष चंद्र, कैन मैनेजर जसमिन्द्र सिंह, 60 केएलपीडी इथनॉल प्लांट शाहबाद के नोडल अधिकारी आरके सरोहा, सीडीओ नागपाल शर्मा, सीएमओ बृज भूषण गुप्ता, रोशन बेदी, त्रिलोचन सिंह, टेक चंद शर्मा, महेंद्र शर्मा, अनिल राणा, बलदेव राज सेठी, बिट्टïू हबाना, बसंत राणा चेयरमैन मार्केट कमेटी, सरपंच सरबजीत कलसानी, बख्शीश सिंह सहित भाजपा के वरिष्ठï कार्यकर्ता मौजूद थे।<