निजी स्कूल-कालेजों से बकाया राशि दो सप्ताह के भीतर करें वसूल: डा. अंशज सिंह
>सेक्टर-15 में मॉडल-डे केयर सेंटर करेंगे स्थापित , स्केटिंग प्रशिक्षण की देंगे सुविधा
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। उपायुक्त एवं जिला बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष डा. अंशज सिंह ने सेक्टर-15 में बाल भवन के लिए आवंटित डेढ़ एकड़ भूमि में मॉडल-डे केयर सेंटर के निर्माण की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिए। सर्वेक्षण उपरांत यहां मॉडल-डे केयर सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां पर स्केटिंग प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की जाएगी। उपायुक्त एवं अध्यक्ष डा. अंशज सिंह बुधवार को अपने कार्यालय में आयोजित जिला बाल कल्याण परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक के एजेंडा पर मंथन करते हुए उन्होंने सेक्टर-15 में बाल भवन के लिए आवंटित डेढ़ एकड़ भूमि की चारदिवारी के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने यहां मल्टीपर्पज हॉल के निर्माण पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए इस दिशा में सकारात्मक कदम बढ़ाने के निर्देश दिए। डा. सिंह ने हेबिटेट क्लब में जिला बाल कल्याण परिषद के बैनर तले कंप्यूटर सेंटर की स्थापना के निर्देश भी दिए। साथ ही उन्होंने भैंसवाल कलां क्राफ्ट सेंटर संचालित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को खरखौदा में बाल भवन के लिए आवंटित की गई 500 गज भूमि की वस्तुस्थिति जांचने के निर्देश दिए। साथ ही सिविल सर्जन को सिविल अस्पताल परिसर में बाल संगम क्रेच की स्थापना के निर्देश दिए। उन्होंने ड्राईविंग लाईसेंस के लिए चिकिस्तीय जांच के लिए चिकित्सक की उपलब्धता के निर्देश भी दिए। साथ ही आफ्टर केयर होम की प्रस्तावना पर उन्होंने जगह की तलाश करने को कहा। उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि हरियाणा एजुकेशन रूल-2003 के अंतर्गत सभी निजी स्कूल-कालेजों से परिषद के बकाया पैसे की वसूली की जाए। इसके लिए उन्होंने 15 दिनों का समय दिया। उन्होंने कहा कि इस अवधि में बकाया पैसा वसूल किया जाए अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए कि वे पंचायतों से परिषद के पैसे की वसूली करायें। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य, एसडीएम सुरेंद्रपाल, एसडीएम विजय सिंह, एसडीएम श्वेता सुहाग, जिला बाल कल्याण अधिकारी सुरेखा हुड्डा, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र धनखड़, बाल संरक्षण अधिकारी ममता शर्मा, जिला बाल कल्याण परिषद की आजीवन सदस्य शांता जैन आदि अधिकारीगण मौजूद थे।