ऐलिवैटिड रेलवे ट्रैक प्रोजैक्ट के लिए केन्द्र ने जारी की 100 करोड़ की राशि
Posted on July 23, 2019
थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि केन्द्र सरकार ने कुरुक्षेत्र के ऐलिवैटिड रेलवे ट्रैक के लिए अपने हिस्से की 100 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है। इस प्रोजैक्ट पर सरकार की तरफ से कुल 224.58 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया जाना है। अहम पहलु यह है कि इस परियोजना के लिए सॉयल टेस्टिंग और स्ट्रैक्चर डिजाईन का टेंडर 29 जुलाई को एक निजी एजेंसी को दिया है। इस एजेंसी के अधिकारी दस्तावेजों की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कार्य शुरु कर देंगे। इस सॉयल टेस्टिंग के कार्य पर 76 लाख 30 हजार रुपए की राशि खर्च की जाएगी। विधायक सुभाष सुधा ने सोमवार को देर सायं बातचीत करते हुए कहा कि शहरवासियों को शहर के बीचों-बीच से नरवाना की तरफ जाने वाली रेलवे लाईन पर आने वाले 5 फाटकों से निजात दिलवाने और सालों से ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए रेलवे ऐलिवेटिड ट्रैक की परियोजना तैयार की है। इस परियोजना पर हरियाणा रेलवे इन्फरास्ट्रक्चरल विकास निगम लिमिटेड की तरफ से तेज गति से काम किया जा रहा है। इस रेलवे लाईन का सर्वे मैट्रिक्स जीओ सोलयूशन प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी की तरफ से किया गया था। इस सर्वे के अनुसार कुरुक्षेत्र रेलवे स्टेशन से लेकर कैथल, नरवाना की तरफ जाने वाली रेलवे लाईन का 6 किलोमीटर तक का निर्माण किया जाना है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय रेल मंत्री और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों से इस प्रोजैक्ट की सॉयल टेस्टिंग और स्ट्रैक्चर डिजाईन के लिए 22 जुलाई को टेंडर जारी करने का समय तय किया गया था, परंतु तकनीकी कमी के कारण टेंडर जारी नहीं किया जा सका। अब सरकार की तरफ से 29 जुलाई को सॉयल टेस्टिंग का टेंडर एक निजी कम्पनी को जारी किया जाएगा और यह कम्पनी तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अपना कार्य शुरु कर देगी। इस सॉयल टेस्टिंग के कार्य पर 76 लाख 30 हजार रुपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों के बाद 18 अक्तूबर 2018 को लोक निर्माण विभाग की तरफ से रेलवे मंत्रालय को 6 किलोमीटर रेलवे लाईन पर रेलवे ऐलिवेटिड ट्रैक पर फिजीबिल्टी रिपोर्ट और 224.58 करोड़ रुपए के अनुमानित खर्च होने की रिपोर्ट भेजी थी। इस रिपोर्ट के अनुसार 124.58 करोड़ रुपए राज्य सरकार और 100 करोड़ रुपए का बजट रेलवे विभाग की तरफ से खर्च किया जाना है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट पर तेजी से कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री के माध्यम से रेलवे मंत्रालय से सम्पर्क किया जाता रहा है और 15 जून 2019 को केन्द्रीय रेलवे मंत्री ने इस प्रोजेक्ट को पारित करने का कार्य किया। यह प्रोजेक्ट आगामी 2 सालों में पूरा किया जाएगा और इस परियोजना से शहरवासियों को 5 रेलवे फाटकों से भी निजात मिलेगी और शहर का सौन्द्रर्यकरण भी होगा। इससे पर्यावरण पर भी प्रभाव पडेगा और लोगों का समय भी बचेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस परियोजना की सौगात देकर शहरवासियों के साथ-साथ उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने की तरफ कदम बढाया है। एचआरआईडीसी के एमडी दिनेश देशवाल ने कहा कि ऐलिवेटिड रेलवे ट्रैक विधायक सुभाष सुधा का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इस प्रोजेक्ट को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विजिन से तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट को 2 सालों में पूरा किया जाना है।