सीवर कर्मियों को खतरे के प्रति करें जागरूक : एल मुरूगन
आयोग के वाइस चेयरमैन ने डिस्पोजल का किया निरीक्षण, कहा, जागरूक कार्यक्रम आयोजित करें प्रशासन, डिस्पोजल हादसे को लेकर प्राप्त की रिपोर्ट
रोहतक। राष्टï्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाईस चेयरमैन एल मुरूगन ने कहा है कि सीवर व डिस्पोजल आदि की सफाई का कार्य प्रशिक्षित सफाई कर्मियों द्वारा ही करवाया जाना चाहिए। मुरूगन आज सिंचाई विश्राम गृह में बरसाती डिस्पोजल हादसे में मारे गये मजदूरों के परिजनों से मिलने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि वे इस संबंध में नियमित रूप से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें ताकि सीवर आदि में सफाई करने वाले कर्मचारियों को इस कार्य के खतरों का पता लग सके और वे कार्य करते समय सुरक्षा के लिए आवश्यक कीट का इस्तेमाल कर सकें। उन्होंने कहा कि फैक्ट्ररी, अस्पतालों व अर्पाटमेंट जैसे बड़े संस्थानों के मालिकों को भी इस बारे में जागरूक करना होगा कि वे अप्रशिक्षित लोगों को सीवर आदि की सफाई कार्य में न लगाये। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनकी मुख्य सचिव से बातचीत हुई है और उन्हें निर्देश दिये गये है कि सफाई कर्मियों के लिए आवश्यक मशीनरी की खरीद की जाये ताकि भविष्य में इस प्रकार के हादसों पर रोक लगाई जा सके। एल मुरूगन ने बताया कि आयोग ने रोहतक की इस घटना का संज्ञान लिया है और घटना के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों से पूरी रिपोर्ट प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में चार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। दो गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि दो अन्य न्यायालय से अग्रिम जमानत ले ली है। इसके अलावा विभाग द्वारा अनुसानात्मक कार्यवाही भी अमल में लाई गई है। उन्होंने बताया कि घटना में मारे गये चारों मृतकों के परिवारजनों के लिए दस-दस लाख रुपये की वित्तीय सहायता जारी की गई है। मरने वालों में तीन अनुसूचित जाति से संबंध रखते थे। इन तीनों के परिवारजनों को अलग से अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत प्रत्येक को चार लाख 12 हजार 500 रुपये की सहायता भी प्रदान की गई है। उक्त राशि का चैक वाईस चेयरमैन एल मुरूगन ने स्वयं अपने हाथों से मृतक संजय की पत्नी संजू, रंजीत की पत्नी काजल व धर्मेंद्र की पत्नी नीलम को दिया। राष्टï्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाईस चेयरमैन एल मुरूगन ने इसे पहले सिंचाई विश्राम गृह में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर घटना के संबंध में पूरा विवरण प्राप्त किया। उपायुक्त आर एस वर्मा ने घटना से लेकर अब तक की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि मामलें के संबंध में फैक्ट फाईडिंग कमेटी के गठन के अलावा न्यायिक जांच का कार्य भी किया जा रहा है। वाईस चेयरमैन ने नगर निगम के अधिकारियों से सफाईकर्मचारियों को दिये जाने वाले वेतन व सुविधाओं के बारे में भी रिपोर्ट प्राप्त की। एल मुरूगन ने सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। पदाधिकारियों ने बताया कि प्रशासन की कार्य प्रणाली से वे संतुष्टï है और साल में दो बार सफाई कर्मियों की मेडिकल जांच का कार्य भी किया जा रहा है। उन्हें सेफ्टी कीट भी उपलब्ध करवाई जा रही है।
बरसाती डिस्पोजल का किया निरीक्षण
एल मुरूगन ने बाद में नई सब्जी मंडी के समीप स्थित उस बरसाती पानी के डिस्पोजल का भी निरीक्षण किया जिसमें एक कर्मचारी व तीन सफाई मजदूरों की मृत्यु हो गई। यहां पर उन्होंने हादसे के संबंध में अधिकारियों से पूछताछ की और कहा कि सफाई कर्मियों का बीमा होना चाहिए और इसके साथ ही उन्हें सुरक्षा कीट भी मिलनी चाहिए।