सिख मतदाताओं पर भाजपा की खास निगाह
श्री गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाश उत्सव पूरे सम्मान के साथ मनाएगी मनोहर सरकार
अशोक छाबड़ा, जींद। हरियाणा में अगले कुछ माह में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा की राज्य के सिख मतदाताओं पर खास निगाह है। इसके लिए मनोहरलाल सरकार कई खास कदम उठा रही है। शिरोमणि अकाली दल के साथ टिकटों के बंटवारे पर चल रहे गतिरोध के बीच हरियाणा सरकार ने श्री गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाशोत्सव पूरे सम्मान के साथ मनाने का निर्णय किया है। प्रकाशोत्सव के अवसर पर अगस्त माह के प्रथम सप्ताह में सिरसा में राज्य स्तरीय समारोह होगा। पंजाब से सटे सिरखा में सिख मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने ऐलान किया कि कुरुक्षेत्र में श्री गुरु नानक देव जी को समर्पित पनोरमा और म्यूजियम बनाया जाएगा। हरियाणा में चार लोकसभा सीटें सिरसा, कुरुक्षेत्र, करनाल और अंबाला ऐसी हैं, जहां सिख मतदाता काफी हद तक निर्णायक भूमिका में होते हैं। इन चारों लोकसभा सीटों के दायरे में करीब दो दर्जन विधानसभा सीटें जाती हैं। राज्य में करीब 14 लाख सिख मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन देने का दावा किया था। अब राज्य में अक्टूबर में विधानसभा चुनाव है और अकाली दल इन चुनाव के लिए भाजपा से तीस विधानसभा सीटें मांग रहा है, लेकिन भाजपा ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है। भाजपा व अकाली दल के बीच चल रही इस रस्साकसी के बीच राज्य के सिख प्रतिनिधि मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मिलने पहुंचे तथा सिरोपा भेंट कर उनका सम्मान किया। असंध के भाजपा विधायक सरदार बख्शीश सिंह विर्क की मौजूदगी में सरकार ने गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव को पूरे धूमधाम के साथ मनाने की कार्य योजना तैयार की। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुद एक एक बिंदू पर सिख प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार ने पिछले वर्ष गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाशोत्सव के अवसर पर प्रदेश स्तरीय समागम किया था। इस बार श्री गुरु नानक देव जी का 550 वां प्रकाशोत्सव मनाया जा रहा है। इसके लिए एक राज्यस्तरीय समिति का गठन किया गया है। इसके माध्यम से पूरे प्रदेश में श्री गुरु नानक देव जी से संबंधित नगर कीर्तन, धार्मिक यात्राएं तथा अन्य कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कुरूक्षेत्र से श्री गुरु नानक देव जी का विशेष लगाव था। इसलिए उनकी स्मृति में कुरूक्षेत्र में जहां एक भव्य पनोरमा व म्यूजियम बनाया जाएगा, वहीं उनके साहित्य को वितरण, पौधारोपण तथा जल-संचय के लिए श्रद्घालुओं से संकल्प करवाया जाएगा।