रणबीर सिंह, सोनीपत। पेंशन बहाली संघर्ष समिति की जिला कार्यकारिणी द्वारा बिजली निगम के इंदिरा कालोनी दफ्तर में बैठक का आयोजन किया। जिसमें विभाग की सभी यूनियन के पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों व अधिकारियों ने भाग लिया। जिला कार्यकारिणी से जिला अध्यक्ष सोमदत्त, सहसचिव विनोद शर्मा व प्रदेश कार्यकारिणी से प्रदेश मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान व प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज बाल्यान उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य सलाहकार प्रमोद ईष्टकान ने एक नवम्बर को गोहाना में पेंशन अधिकार दिवस पर विभाग के कर्मचारियों को गोहाना पहुंचने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि पेंशन बहाली संघर्ष समिति पिछले कई सालों से लगातार सरकार से पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने की मांग करती आ रही है, क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा 2004 और राज्य सरकार द्वारा 2006 में लागू कई की गई नई पेंशन नीति एनपीएस पूरी तरह से शेयर बाजार पर आधारित है, जिसमें ना केवल कर्मचारियों के वेतन का 10 प्रतिशत बल्कि सरकारी खजाने से भी इतनी ही रकम कर्मचारियों के पेंशन के नाम पर शेयर बाजार में लगाई जा रही है। जिसमें ना तो निश्चित रिटर्न की गारंटी है और ना ही निश्चित पेंशन की और यह पालिसी पूरी तरह पूंजीपतियों के हित में बनी है कर्मचारियों के नहीं। पेंशन बहाली संघर्ष समिति विभिन्न माध्यमों से सरकार के सामने अपनी बात रख चुकी है, लेकिन सरकार लगातार कर्मचारियों की इस मांग पर ध्यान नहीं दे रही है, सेवानिवृत्ति के उपरांत एनपीएस कर्मचारियों को सम्मानजनक पेंशन भी नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि बिजली निगम के सभी कर्मचारी व अधिकारी इस आंदोलन से जुड़े, ताकि पेंशन आंदोलन को और अधिक उर्जा व शक्ति मिले।
प्रदेश उपाध्यक्ष देवराज बाल्यान ने कहा कि कर्मचारी अपने भविष्य के लिए पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहा है, सरकार को चाहिए की कर्मचारी हित में इसे तुंरत बहाल करे, ताकि सेवानिवृत्ति के उपरांत उनका जीवन यापन हो सके। बिजली विभाग के सर्कल सचिव सतीश चहल ने पेंशन बहाली संघर्ष समिति के आंदोलन में तन, मन, धन से साथ देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बिजली निगम के सभी संगठन का पूरा समर्थन इस आंदोलन में रहेगा। इस अवसर पर सतीश कुमार दहिया, अनिल कौशिक, हरपाल भनवाला, सतीश, सतीश कुमार, मोहित जेई, चंद्रभान जेई, सुरज कुमार जेई, नीरज कुमार जेई, सरोज, हंसराज, अनिल, प्रवीण आदि ने अपने विचार व्यक्त किए तथा सरकार से पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की।