सांसद रमेश कौशिक ने निजी चिकित्सकों से की पूर्ण सहयोग की अपील
रणबीर सिंह रोहिल्ला, सोनीपत। सांसद रमेश कौशिक ने निजी चिकित्सकों का आह्वान किया कि वे कोविड-19 की लड़ाई में सरकार व जिला प्रशासन का पूर्ण सहयोग दें। यह मिलकर संघर्ष करने का समय है, जिसमें निजी अस्पतालों का सहयोग अपेक्षित है। सांसद ने विशेष रूप से निर्देश दिए कि निजी अस्पतालों में आने वाले कोरोना संदिग्धों की जानकारी तुरंत प्रभाव से जिला प्रशासन व जिला स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। ऐसे संदिग्धों की जानकारी को छिपाने की गलति कोई भी निजी अस्पताल न करें। उपायुक्त कार्यालय में शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला शाखा की बैठक का आयोजन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता सांसद रमेश कौशिक ने की।
बैठक में सांसद रमेश कौशिक ने निजी चिकित्सकों को सरकार व प्रशासन की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोविड-19 को महामारी घोषित किया गया है। इसका संक्रमण बेहद गंभीर है। ऐसे में कोरोना संदिग्धों की जांच बेहद जरूरी है। बहुत से लोग निजी अस्पतालों में ही उपचार के लिए आते हैं। ऐसे मरीजों में यदि कोरोना के लक्षण पाये जाते हैं तो उनकी सूचना अनिवार्य रूप से प्रशासन को दी जाए। सांसद कौशिक ने कहा कि निजी अस्पतालों के लिए जारी किए गए निर्देशों की ईमानदारी से पूर्ण अनुपालना सुनिश्चित की जाए। निजी अस्पतालों का संचालन कर रहे चिकित्सकों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें चाहिए कि वे निर्देशों की अनुपालना करते हुए प्रशासन को पूरा सहयोग दें। हर केस की जानकारी प्रशासन को अवश्य दें। जरा सी लापरवाही समस्या पैदा कर सकती है। अत: यह समय बेहद सतर्कता के साथ काम करने का है। सभी निजी अस्पतालों में मास्क व सैनेटाईजर का उपयोग किया जाए। उपचार के लिए आने वाले लोगों के लिए हैंडवॉश की सुविधा हो। सांसद रमेश कौशिक ने इस दौरान आईएमए की जिला शाखा से अपील की कि वे कोरोना की जंग में सरकार की आर्थिक मदद को भी आगे आएं। उन्होंने कहा कि निजी चिकित्सकों को प्रधानमंत्री कोरोना रिलीफ फंड में अधिकाधिक सहायता करनी चाहिए। इस मौके पर उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने कहा कि आईएमए की जिला शाखा की मांगों की गंभीरता से सुनवाई की जा रही है। आईएमए की ओर से की गई मांगों को पूरा कराया जाएगा। इसके लिए उपायुक्त ने सिविल सर्जन को विशेष रूप से निर्देश देते हुए मास्क व सैनेटाईजर के संदर्भ में सूची तैयार करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर निजी चिकित्सकों ने आईएमए की ओर से भरोसा दिलाया कि वे पूरी तरह से सरकार व प्रशासन के साथ हैं। सभी निर्देशों की अनुपालना की जाएगी। इस दौरान सोनीपत के चार्ज अधिकारी के. मकरंद पांडुरंग, उपायुक्त डा. अंशज सिंह, सिविल सर्जन डा. बीके राजौरा, नोडल अधिकारी डा. दिनेश छिल्लर आदि मौजूद रहे।