- पूर्व मंत्री कविता जैन ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया नमन
- हिंदुत्व विचारधारा के प्रस्तावक रहे पं. दीनदयाल ने राष्ट्रवाद को दी विशेष मजबूती
रणबीर सिंह, सोनीपत। भारतीय जनता पार्टी के मार्गदर्शक एवं अग्रदूत रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि को समर्पण दिवस के रूप में मनाते हुए पूर्व केबिनेट मंत्री कविता जैन ने उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। उन्होंने कहा कि ऐसे विरले व्यक्तित्व का धरती पर जन्म लेना बेहद शुभकर होता है, जो लक्ष्य के साथ आते हैं और प्रेरणास्त्रोत बनकर दुनिया से विदाई ले लेते हैं। पूर्व मंत्री कविता जैन की अध्यक्षता में शुक्रवार को उनके कैंप कार्यालय में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि का समर्पण दिवस के रूप में श्रद्घापूर्वक आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व मंत्री सहित उनके कार्यकर्ताओं ने पं. दीनदयाल उपाध्याय को नमन करते हुए श्रद्घासुमन अर्पित किये।
पूर्व मंत्री ने इस मौके पर माइक्रो डोनेशन सूक्ष्म वित्तीय योजना के तहत पार्टी फंड में डोनेशन भी डलवाया। कविता जैन ने कहा कि विशेष रूप से समर्पण दिवस के मौके पर पार्टी को बेहतरीन रूप से चलाने के लिए जन-जन से आर्थिक सहयोग लिया जाता है। इस परंपरा का निर्वहन करते हुए कार्यकर्ताओं ने क्षमतानुसार दान किया। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं का विशेष आभार प्रकट किया। पूर्व मंत्री ने इस दौरान कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया कि वे पं. दीनदयाल उपाध्याय की शिक्षाओं व आदर्शों को जीवन में आत्मसात करते हुए राष्ट्र के नव निर्माण में सहयोग करें। यही उनको सच्ची श्रद्घांजलि होगी।
वे हिंदुत्व विचारधारा के प्रस्तावक थे, जिन्होंने राष्ट्रवाद की मजबूती में प्रमुख भूमिका निभाई। उनके लिए राष्ट्र से बढक़र कुछ नहीं था। ऐसे ही राष्ट्रप्रेम व भावनाओं के साथ नागरिकों को जीवन यापन करना चाहिए। देश है तो हम हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल के स्वप्नों के देश निर्माण की दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीव्रता से आगे बढ़ रहे हैं। हमें उन्हें लगातार मजबूती देनी होगी, ताकि वे राष्ट्र के नव निर्माण को तीव्र गति से नई दिशा दे सकें। इस मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं से संकल्प लिया कि वे राष्ट्र के लिए सर्वस्व कुर्बान करने को तैयार रहेंगे। कार्यकर्ताओं ने भी पूर्ण उत्साह के साथ संकल्प लेते हुए विश्वास दिलाया कि उनका समस्त जीवन राष्ट्र को समर्पित रहेगा।