प्रदेश के सभी चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए किया गया समय से पहले शुरू

प्रदेश के सभी चीनी मिलों को घाटे से उभारने के लिए किया गया समय से पहले शुरू

  • -सहकारिता मंत्री डॉ० बनवारी लाल ने किया चौ० देवी लाल सहकारी चीनी मील गोहाना के पिराई सत्र का शुभारंभ
    -हरियाणा के चीनी मिलों में अब चीनी के अलावा एथनोयल, गुड़ तथा रिफाइंड शुगर का भी किया जा रहा है उत्पादन
    -देश में सबसे ज्यादा हरियाणा के किसानों को मिल रहा है गन्ने का भाव
    – मुख्यमंत्री ने किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में की है मुआवजा राशि में बढोतरी

रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। हरियाणा के सहकारिता एवं अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री डा. बनवारी लाल ने गुरूवार को चौ. देवी लाल सहकारी चीनी मील आहुलाना (गोहाना) के पेराई सत्र 2021-22 का शुभारंभ किया और किसानों को बधाई देते हुए कहा कि किसानों के सहयोग से प्रदेश के सभी चीनी मीलों को समय से पहले शुरू किया गया है, ताकि अधिक चीनी व अन्य चीजों का उत्पादन किया जा सके और प्रदेश के चीनी मिलों को घाटे से उभारा जा सके। उन्होनें कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का हर समय यही प्रयास रहता है कि किस प्रकार किसानों की आय को बढाया जा सके। प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि चीनी मिलों के शुरू होने से पहले ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में चीनी मिलों से संबंधित सभी अधिकारियों की कई बैठक ली जाती है और सभी मिलों के कार्यों की समीक्षा की जाती है।

अगर किसी चीनी मिल में किसी भी प्रकार की दिक्कत होती है तो उसे पहले ही ठीक किया जाता है, ताकि चीनी मील को शुरू होने के बाद रोका न जाए और किसानों समय से पहले ही किसानों का गन्ना मील द्वारा लिया जा सके। डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि चीनी मिलों की आय को बढाने व किसानों को और अधिक सुविधाएं देने के लिए अब प्रदेश के चीनी मिलों में चीनी के अलावा एथनोयल, गुड़ तथा रिफाइंड शुगर को भी तैयार किया जाने लगा है। रोहतक का चीनी मील पूरे देश में दूसरा ऐसा चीनी मील है, जहां पर रिफाइंड शुगर तैयार की जाती है। इसके अलावा चीनी मिलों में एथनोयल भी निर्मित किया जा रहा है, क्योंकि एथनोयल को पैट्रोल में मिलाया जाता है, जिससे मार्केट में इसकी बहुत ज्यादा डिमांड रहती है।

वर्तमान में ही केन्द्र सरकार द्वारा एथनोयल की कीमतों में बढोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी चीनी मिलों को हाईटेक बनाने के लिए भी सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। डा. बनवारी लाल ने कहा कि पूरे भारत में गन्ने का सबसे ज्यादा रेट हरियाणा के किसानों को दिया जा रहा है, ताकि गन्ना उत्पादक किसानों को खासा मुनाफा मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा गन्ने की 15023 किस्म को बढावा देने के लिए किसानों को अलग से 08 हजार रूपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है, ताकि अधिक से अधिक किसान इस किस्म को उगा सके। क्योंकि इस वैराइटी में 14 प्रतिशत का रिकवरी रेट है जो सभी किस्मों से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि पूर्ण पारदर्शिता स्थापित करते हुए ऑनलाईन व्यवस्था प्रारंभ की गई है।

अब किसानों को मोबाईल ऐप के माध्यम से हर प्रकार की जानकारी दी जाती है, जिससे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की आशंकाओं पर विराम लगाया गया है। सरकार द्वारा पिछले वर्ष के गन्ने का भुगतान समय से पहले ही किसानों के बैंक खातों में कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ने की पोरी-पोरी खरीदी जाएगी। उचित समय पर किसानों के गन्ना बोंड की फिजीकल वैरिफिकेशन करवाएंगे। सहकारिता मंत्री ने कहा कि हरियाणा में प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों की फसलों को बहत अधिक नुकसान पहंचता है और किसान की आर्थिक दशा खराब हो जाती है और किसानों को अपने कार्यो को पूरा करने के लिए कर्जे का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए किसानों के विकास के लिए फसल खराबे के दौरान दी जाने वाली मुआवजा राशि में बढोतरी की है।

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