सहकारिता मंत्री ने कहा हरियाणा में सबसे अधिक गन्ने का भाव

सहकारिता मंत्री ने कहा हरियाणा में सबसे अधिक गन्ने का भाव

  • सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने चीनी मिल पिराई सत्र का किया उद्घाटन 
  • 16 हजार एकड़ में गन्ना, 36 लाख क्विंटल गन्ने की हुई बॉडिंग
  • पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन 
  • शुगर मिल क्षेत्र के अंतर्गत करीब 185 गांव शामिल
  • 32 सीसीटीवी कैमरे की नजर में रहेगा मिल
  • सहकारिता मंत्री ने किया मिल के पिराई सत्र का उद्घाटन
  • आंदोलन करने वाले किसानों से सरकार बातचीत करने के लिए तैयार

रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सोनीपत शुगर मिल का पिराई सत्र का शुभारंभ हरियाणा के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने विधिपूर्वक किया। इस मौके पर सबसे पहले गन्ना लाने वाले किसानों को पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में किसानों को देश में सबसे अधिक गन्ने का भाव हरियाणा को दिया जा रहा है। कृषि कानूनों से संबंधित आंदोलन करने वाले किसानों से भी सरकार बातचीत के लिए तैयार है।

सोनीपत शुगर मिल की पिराई क्षमता 22 हजार क्विंटल गन्ना प्रतिदिन है। अब की बार मिल क्षेत्र में 16 हजार एकड़ भूमि में गन्ना उगाया गया है। जिसके अंतर्गत 185 गांव शामिल है। बुधवार को हरियाणा के सहकारिता मंत्री बनवारी लाल ने मिल की शुगर केन का बटन दबाकर विधिपूर्वक शुभारंभ किया। यहां पर सबसे पहले गन्ना लाने वाले किसानों और मिल में अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों को भी सम्मानित किया गया। सहकारी मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा के किसानों को देश भर में सबसे अधिक गन्ने का भाव दिया जा रहा है। चीनी मिलों को घाटे से उबारने को लेकर मिल में कई तरह की नई योजनाओं को शुरुआत किया जा रहा है। सरकार की कोशिश है कि सभी किसानों की गन्ना पेमेंट समय पर कर दी जाएगी।

साथ ही उन्होंने बॉडर पर आंदोलन करने वाले किसानों के विषय को लेकर कहा कि सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन किसान बातचीत के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। सरकार किसानों के हित को लेकर कार्य कर रही है। सरकार द्वारा जल संरक्षण अभियान को बढ़ावा देने के लिए इस बार मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत काफी किसानों ने धान की जगह गन्ने का उत्पादन किया है। जिसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल मिल क्षेत्र में 14 हजार एकड़ भूमि में गन्ना उगाया था। वहीं इस बार यह आंकड़ा 2 हजार एकड़ भूमि पर बढ़ा है। मिल ने किसानों के साथ इस वर्ष 36 लाख क्विंटल गन्ने की बॉडिंग की है। पिराई सत्र की शुरूआत के साथ ही किसानों के पास एसएमएस के माध्यम से गन्ने की पर्ची पहुंचेंगी।

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