- -ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन की समीक्षा करते हुए दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
-नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों की हर हाल में की जाएगी अनुपालना: अतिरिक्त उपायुक्त
– लघु सचिवालय में अतिरिक्त उपायुक्त की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट एनवायरन्मेंटल प्लान को लेकर हुई बैठक
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। जिला को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल ने संबंधित अधिकारियों के साथ गंभीरता से मंथन करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ठोस और तरल कचरा प्रबंधन के साथ बायोमेडिकल वेस्ट तथा अन्य प्रकार के कूड़ा प्रबंधन के भी ठोस प्रबंध किये जायें। लघु सचिवालय में मंगलवार को डिस्ट्रिक्ट एनवायरन्मेंटल प्लान के अंतर्गत अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल ने की। उन्होंने विस्तार से कूड़ा प्रबंधन पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) पर्यावरण को लेकर बेहद संवेदनशील है, जिसके तहत प्रदूषण नियंत्रण के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनजीटी के निर्देशों की हर हाल में पूर्ण अनुपालना की जाएगी। इसके लिए एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है। सभी विभाग मिल-जुलकर इस दिशा में प्रयासों को गति दें। अतिरिक्त उपायुक्त बंसल ने कहा कि ठोस तथा तरल कचरा का प्रबंधन योजनाबद्ध तरीके से किया जाए।
उन्होंने रिपोर्ट ली कि किस खंड में कितना कचरा निकलता है और वहां कचरा प्रबंधन के लिए क्या प्रबंध किये गये हैं। उन्होंने कहा कि गीला व सूखा कूड़ा भी अलग-अलग करके उठाया जाए। इसके लिए आम जनमानस को भी जागृत करें ताकि लोग स्वयं कूड़ा अलग-अलग करके डालें। घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने के विशेष प्रबंध किये गये हैं। अतिरिक्त उपायुक्त ने खतरनाक कूड़ा और बायोमेडिकल वेस्ट के प्रबंधन की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने बताया कि जिला भर में करीब 333 सरकारी व निजी अस्पताल हैं। इनके बायोमेडिकल वेस्ट को उचित प्रकार से निस्तारित करने के प्रबंध किये गये हैं। उन्होंने गांवों में भी कूड़ा प्रबंधन के बेहतरीन प्रबंध करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने हर प्रकार के कूड़े के निस्तारण को लेकर भी विस्तार से मंथन किया। इसके अलावा उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण के लिए जरूरी निर्देश भी दिए।