- -सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत परियोजनाओं को दी जा रही गति: उपायुक्त ललित सिवाच
-इन्कम वैरिफिकेशन व परिवार पहचान पत्र का कार्य तीव्र गति से जारी
-विडियो कान्फ्रेंस के उपरांत उपायुक्त ने अधिकारियों की बैठक में दिए आवश्यक निर्देश
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। विडियो कान्फ्रेंस के दौरान जिला की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सूक्ष्म सिंचाई योजना व इन्कम वैरिफिकेशन तथा परिवार पहचान पत्र के कार्य को गति देने के साथ आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ललित सिवाच ने पूर्ण भरोसा दिया कि दिए गए निर्देशों की पूर्ण अनुपालना करते हुए सभी योजनाओं को सफल बनायेंगे। मुख्यमंत्री ने गुरूवार को विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्तों की बैठक ली, जिसमें उन्होंने विशेष रूप से सूक्ष्म सिंचाई योजना व इन्कम वैरिफिकेशन तथा परिवार पहचान पत्र योजना की समीक्षा की। विडियो कान्फ्रेंस के उपरांत उपायुक्त ललित सिवाच ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने सूक्ष्म सिंचाई योजना की भी जानकारी दी।
उपायुक्त ने बताया कि पहले यह कार्य कृषि एवं बागवानी विभाग के द्वारा करवाया जाता था। परन्तु अब यह कार्य माइक्रो इम्पलिमेन्टेशन कमांड एरिया डेवल्पमेंट ऑथोरिटी हरियाणा के द्वारा करवाया जा रहा हैं। इच्छुक किसान पर लॉगइन करके सूक्ष्म सिंचाई योजना के तहत अपना आवेदन कर सकते हैं। सरकार द्वारा इस विधि को अपनाने के लिए 85 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसान समूह बनाकर भी आवेदन कर सकते हैं। योजना के तहत कैनाल से पानी लाकर टैंक बना सकते हैं और उस टैंक को सूक्ष्म सिंचाई योजना के साथ जोड़ सकते हैं। योजना के तहत इंडिविजुअल आवेदन पर भी 70 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा हैं। इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण पर विशेष रूप से बल दिया।
उन्होंने कहा कि योजना के माध्यम से गांवों के गंदे पानी तथा बरसाती पानी को इन तालाबों में संरक्षित किया जाएगा, जिसे शुद्ध करके सिंचाई के लिए उपयोग में लाया जाएगा। इसके अलावा उपायुक्त ने परिवार पहचान पत्र तथा इन्कम वैरिफिकेशन के कार्य की भी गंभीरता से समीक्षा की। उन्होंने संतुष्टि जताई कि यह कार्य सही प्रकार से जारी है, जिसे निर्धारित समयावधि में पूरा कर लिया जाएगा। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अशोक कुमार बंसल, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त सुभाषचंद्र, सिंचाई विभाग के एक्सईएन अश्विनी फोगाट, काडा के एसडीओ मुकेश आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।