वी फार बदलाव संगठन कार्यकर्त्ताओं ने रक्तदान कर दी शहीद को दी श्रद्धांजलि
हर कार्यकर्त्ता को सम्मान स्वरूप भेंट किया पीपल का पौधा
सांपला, महेश कौशिक। देश की एकता और अखंडता के लिए हमें अपने वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को याद रखना चाहिए। हमें न सिर्फ एक नियत दिन उनकी वीरगाथाओं की स्मृति का स्मरण करें, बल्कि सेवानिवृत्त वयोवृद्ध सैनिकों उनके परिजनों का सम्मान करें, उनके परिवार की हर संभव सहायता करें। भारतीय सैनिकों ने देश के भीतर, सीमाओं पर और देश के बाहर भी विभिन्न स्थानों पर युद्धों में अपने असाधारण संकल्प, पराक्रम और शौर्य का प्रदर्शन किया है। यह बात आज सांपला खंड के गांव भैसरू कलां में शहीद अश्विनी कुमार की पुण्यतिथी में वीफॉर बदलाव संगठन के कार्यकर्त्ताओं द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में भाजपा नेता सतीश नांदल ने बतौर मुख्यातिथी बोलते हुए कही।
इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंनें कहा वीफार बदलाव संगठन हमेशा ऐसे नेक कार्य करता है, जिससे समाज के सभी वर्गो का भला होता है। नांदल ने कहा कि कोरोना काल हो या पौधारोपण, संगठन के कार्यकर्त्ताओं ने हमेशा एक नई पहल की है। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारी विकास कौशिक, आशीष कौशिक, नीरंजन राठौर, सुमित पहलवान, प्रशांत कौशिक आदि ने सतीश नांदल का स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया। इस अवसर पर बोलते हुए समाजसेवी जितेंद्र ठेकेदार ने कहा कि हमें गर्व है कि हम उस देश के नागरिक है, जहां देश का सर्वोच्च सम्मान सैनिक को दिया जाता है। देश के हर नागरिक को सेना की वर्दी पहने हुए व्यक्ति के सामने नतमस्तक होना चाहिए।
आज के कार्यक्रम में सबसे पहले गांव भैसरू कलां के बस स्टैंड पर बने शहीद स्मारकउत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ की परतापुर कोतवाली में जमकर फल फूल रहा है तेल चोरों का कारोबार पर ध्वजारोहण किया व पुष्प अर्पित किये। कार्यक्रम में वीफार बदलाव के सभी कार्यकर्त्ताओं ने रक्तदान किया। रक्तदानियों को संगठन व गांव की ओर से सम्मानित किया गया। वीफार बदलाव की इस मुहिम में रोहतक के प्रसि़द्व समाजसेवी राजेश जैन ने पत्र लिख कर संगठन के कार्यो की सराहना की है। रक्तदान शिविर राजेश जैन द्वारा संचालित रक्तदान बस में संपन्न हुआ, जिसके चलते संगठन ने भी राजेश जैन का धन्यवाद किया। कार्यक्रम में रक्तदान करने वालों के साथ सभी डाक्टरों का भी स्वागत किया गया। इस अवसर पर गांव की सरंपच मीना देवी, समाजसेवी सुशील कौशिक, अशोक कौशिक, पुनीत सहरावत, हरिऔम कौशिक, मास्टर सुरजभान, रोशनलाल, जितेंद्र ठेकेदार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।