विद्यार्थियों ने कहा कि इस संबंध में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा जा चुका
अब तक उनकी मांगों को लेकर किसी भी प्रकार का कोई कदम यूनिवर्सिटी द्वारा नहीं उठाया गया
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। सोनीपत के मुरथल विश्वविद्यालय के एडमिन ब्लॉक के सामने रिअपीयर की फीस माफ करवाने को लेकर विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। विधार्थी एमडीयू और अन्य यूनिवर्सिटी की तर्ज पर फीस कम करने की मांग कर रहे हैं। मुरथल युनिवर्सिटी में री-अपीयर की फीस माफ करने की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। रोषित विद्यार्थियों ने बताया कि री-अपीयर की फीस अन्य यूनिवर्सिटी में करीब 700 रुपए है। परन्तु मुरथल यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों से 1750 रुपए प्रति सेमेस्टर वसूली जा रही है, जोकि काफी अधिक है।
रोषित विद्यार्थियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा हुए हालातों के कारण विद्यार्थियों के अभिभावकों को आर्थिक तंगी से जुझना पड़ रहा है। ऐसे में इतनी अधिक फीस देने में उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। विद्यार्थियों ने कहा कि इस संबंध में यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा जा चुका है। यही नहीं व्यक्तिगत तौर पर भी मुलाकात करके फीस कम करने की मांग की जा चुकी है। परन्तु अब तक उनकी मांगों को लेकर किसी भी प्रकार का कोई कदम यूनिवर्सिटी द्वारा नहीं उठाया गया है। जिसके चलते उन्हें मजबूरी में विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
विद्यार्थियों ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सरकार ने हर वर्ग के लिए कोई न कोई राहत देने वाला कदम उठाया है, लेकिन विद्यार्थियों खासकर यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों के लिए सरकार की तरफ से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने सरकार से मांग की कि या तो उनकी री-अपीयर की फीस माफ की जाए या फिर अन्य यूनिवर्सिटी के समान की जाए, ताकि विद्यार्थियों को अधिक आर्थिक बोझ न झेलना पड़े। वही यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार पवन दहिया का कहना है कि उनके पास छात्रों की प्रार्थना आई है। छात्रों ने कहा है कि कोविड के कारण काफी छात्र रिअपीयर की ज्यादा फीस देने में असमर्थ है। इसलिए जो भी उसमें मदद हो पाएगी प्रशासन की तरफ से की जाएगी । ऐसा आश्वासन विद्यार्थियों को दिया गया है ।