पेड़-पौधे ही ऑक्सीजन का प्रमुख प्राकृतिक स्रोत : नरेश रोहिल्ला
वायुमंडल को बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाना अति आवश्यक : अनिता रोहिल्ला
पेड़ लगाना जितना आवश्यक है, उससे भी अधिक आवश्यक उनकी देखभाल करना : अनीता रानी रोहिल्ला
शहरों में वायु प्रदूषण की वजह से अनेकों बीमारियां हो रही : दीपक वर्मा
रणबीर रोहिल्ला, सोनीपत। विश्व रोहिल्ला राजपूत संघ के बैनर तले रविवार को पटेल पार्क में अर्जुन, कदम्ब, नीम, बरगद के पौधे लगाए। पौधारोपण कार्यक्रम जिला प्रभारी श्याम सुन्दर रोहिल्ला के नेतृत्व में किया गया। इस मौके पर संघ की महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता रोहिल्ला, संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश रोहिल्ला, संघ की हरियाणा महिला प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता रानी रोहिल्ला के मार्गदर्शन में दीपक वर्मा, रामनिवास रोहिल्ला, रविन्द्र कुमार रोहिल्ला, देवेंद्र जैन, सुजान सिंह, पवन जैन, रणबीर रोहिल्ला, हिमांशु आदि ने पौधारोपण में भाग लिया।
इस मौके पर संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरेश रोहिल्ला ने कहा कि पेड़-पौधे ही ऑक्सीजन का प्रमुख प्राकृतिक स्रोत हैं। अगर हमें स्वस्थ जीवन चाहिए तो अधिक संख्या में पेड़-पौधे लगाना बहुत जरूरी है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए हम सभी को आगे आना होगा, ताकि हमें ऑक्सीजन की कमी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि आज लगाए गए पौधों से ही हमारा आने वाला कल बेहतर बनेगा। हर व्यक्ति को पौधरोपण का संकल्प लेना चाहिए।
संघ की महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिता रोहिल्ला ने कहा कि वायुमंडल को बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाना अति आवश्यक है। प्रदूषण मानवजाति के अस्तित्व पर खतरा बना हुआ है। पिछले दो वर्षों से देश कोरोना महामारी का संकट झेल रहा हैं। कोरोना पीडि़तों को ऑक्सीजन की कमी के कारण जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करना पड़ा। पेड़ पौधे ही ऑक्सीजन का प्रमुख प्राकृतिक स्रोत हैं। इसलिए हमें पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण करना जरूरी हो गया है। हमें अपनी भावी पीढिय़ों के लिए ऑक्सीजन रूपी संजीवनी को सहज कर रखना होगा, जिसके लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने बहुत जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों का आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में बहुत महत्व है और विभिन्न प्रकार की दवाइयां बनाने में औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों की भूमिका अतुल्य है।
संघ की हरियाणा महिला प्रदेश उपाध्यक्ष अनीता रानी रोहिल्ला ने कहा कि फलदार पौधे न केवल पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि पोषक एवं खाद्य सुरक्षा को भी सुनिश्चित करते हैं। भारतीय संस्कृति में पेड़ पौधों को पूजा जाता है, क्योंकि विभिन्न वृक्षों में विभिन्न देवताओं का वास माना जाता है। जिस स्थान पर त्रिवेणी लगी होती है, वहां हर क्षण सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना जितना आवश्यक है, उससे भी आवश्यक उनकी देखभाल करना है, ताकि पौधे वृक्ष बन सकें।
जिला प्रभारी श्याम सुन्दर रोहिल्ला ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण केवल पौधारोपण से हो सकता है। शहर को स्वच्छ और हरा भरा बनाने के लिए सभी को पौधारोपण करना चाहिए। पर्यावरण को बचाने और स्वच्छ वातावरण के लिए पौधोरोपण बहुत जरुरी है। अपने घर परिवार के किसी भी उत्सव पर एक पौधा अवश्य लगाएं। पौधों को लगाने के साथ-साथ उनका ध्यान भी अवश्य रखें, ताकि आपके द्वारा लगाया हुआ पौधा पेड़ का रूप ले सके। जब तक धरती पर पेड़ रहेंगे तक तब मनुष्य के लिए धरती पर जीवन सम्भव रहेगा।
पेड़ों के ना रहने से हमें जीवनदायिन आक्सीजन नहीं मिलेगी। इस मौके पर दीपक वर्मा, रविन्द्र कुमार रोहिल्ला, रामनिवास रोहिल्ला, देवेन्द्र जैन, पवन जैन, हिमांशु ने संयुक्त रूप से कहा कि पेड़ ही बरसात लाने में सहायक होते है। बड़े शहरों में पक्षियों के नाम पर सिर्फ कुछ गिने चुने पक्षी ही देखने को मिलते है। शहरों में वायु प्रदूषण की वजह से अनेकों बीमारियां हो रही है। इससे छुटकारा पाने का एकमात्र उपाय अधिक संख्या में पेड़ पौधों को लगाना और उनकी परवरिश करना है।
अगर एक परिवार के द्वारा एक पौधा लगाकर उसकी पालक के रूप में देखभाल करेगा, तो हर पौधा पेड़ का रूप अवश्य लेगा और हमारे आसपास का वातावरण भी शुद्ध होगा। उल्लेखनीय है कि सोनीपत को हरा भरा बनाने के लिए ट्री-मैन देवेन्द्र सूरा के अथक प्रयासों से करीब 12 आक्सीजन बाग लगा चुके हैं। देवेन्द्र सूरा ने जिले को हरा भरा बनाने के लिए पर्यावरण मित्रों की टीम तैयार कर रखी है, जो समय-समय पर गांव-गांव में जाकर पौधोरापण करते हैं, ताकि जिले को प्रदूषण से मुक्त बनाया जा सके।